Ranchi : सदन में राजमहल के विधायक अनंत ओझा ने राज्य में लचर बिजली व्यवस्था पर सवाल उठाया. उन्होनें कहा कि ऊर्जा विभाग का बजट 4854 करोड़ होने के बावजूद राज्य के लोगों को निर्बाध विद्युत आपूर्ति नहीं हो रही है. आज भी 8 से 10 घंटे ही बिजली रहती है. राज्य में बिजली उत्पादन में गिरावट आयी है. जबकि उपभोक्ता 6 लाख से बढ़कर 48 लाख हो गये हैं. ऐसे में बिजली की मांग 2500 मेगावाट है.
वर्तमान वित्तीय वर्ष में राज्य को लगभग 3100 मेगावाट बिजली का आवंटन
जवाब में मंत्री मिथलेश ठाकुर ने कहा कि राज्य के सभी जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में 20 घंटे और शहरी क्षेत्रों में 22 घंटे बिजली की आपूर्ति हो रही है. मिथलेश ठाकुर ने कहा कि राज्य गठन के समय उपभोक्ताओं की संख्या 6 लाख थी, जो बढ़कर 49 लाख हो गयी है. वर्तमान वित्तीय वर्ष में राज्य को लगभग 3100 मेगावाट बिजली का आवंटन है. सरकार 2024 तक निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए कृतसंकल्प है.
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