Search

झारखंड में कैक्टस पौधा बनेगा बंजर जमीन का खेवनहार, 988.4 एकड़ में होगी खेती

  • लगाए जाएंगे 21 लाख ऊतक-संवर्धित कांटेदार कैक्टस पौधे
  • राज्य में 5,71,878 हेक्टेयर जमीन हो चुकी है बंजर
  • ग्रामीण समुदायों को आय सृजन के मिलेंगे नए अवसर

 

Ranchi : झारखंड सरकार ने राज्य में जलवायु-अनुकूल कृषि को बढ़ावा देने और बंजर भूमि को पुनर्स्थापित करने के लिए एक नई पहल शुरू की है. ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत झारखंड राज्य वाटरशेड मिशन (JSWM) ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के वाटरशेड विकास घटक के तहत 400 हेक्टेयर में 21 लाख ऊतक-संवर्धित कांटेदार कैक्टस पौधों को उगाया जाएगा. इससे ग्रामीण समुदायों को आय सृजन के नए अवसर भी मिल सकते हैं.
 

क्या होगा फायदा

•    जैव ईंधन और जैव-उर्वरक के रूप में उपयोग
•    चारा और भोजन के रूप में उपयोग
•    मिट्टी के क्षरण को रोकने में मदद
•    जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में मदद

 

चयनित एजेंसी की क्या होंगी शर्तें

•    21 लाख ऊतक संवर्धित कैक्टस पौधों का उत्पादन और आपूर्ति करना होगा.
•    पौधों की आपूर्ति 120 दिनों के भीतर पूरी करनी होगी.
•    एजेंसी को पौधों की गुणवत्ता और वितरण के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा.
•    एजेंसी को किसानों को 2 वर्षों तक प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता प्रदान करनी होगी.

 

एजेंसी को कैसे होगा भुगतान

झारखंड राज्य वाटरशेड मिशन द्वारा पौधों की गुणवत्ता का निरीक्षण और सत्यापन किया जाएगा. भुगतान मासिक आधार पर किया जाएगा, जो आपूर्ति किए गए पौधों की गुणवत्ता और मात्रा पर आधारित होगा.

 

किस जिले में कितनी हेक्टेयर भूमि हो गई है बंजर

जिला            बंजर भूमि( हेक्टेयर में)

रांची            28,535
खूंटी            19,656
लोहरदगा        9306
गुमला            38134
सिमडेगा        24069
पश्चिमी सिंहभूम    55181
पूर्वी सिंहभूम        46763
सरायकेला        20085
पलामू            26708
गढ़वा            26497
लातेहार            25365
हजारीबाग        19501
रामगढ़            12939
चतरा            10192
कोडरमा        9710
गिरिडीह        38463
बोकारो            40311
धनबाद            31102
दुमका            25642
जामताड़ा        7789
गोड्डा            17675
देवघर            17556
साहेबगंज        10255
पाकुड़            10444

कुल बंजर भूमिः 571878 हेक्टेयर

 

Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें.

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp