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WhatsApp और Facebook के खिलाफ CAIT ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका

LagatarDesk: कन्फेडरेशन">https://cait.in/">कन्फेडरेशन

ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने आज WhatsApp और Facebook के खिलाफ सुप्रीम">https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4_%E0%A4%95%E0%A4%BE_%E0%A4%89%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%9A%E0%A4%A4%E0%A4%AE_%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%AF">सुप्रीम

कोर्ट में याचिका दायर की है. CAIT ने  यह कदम  WhatsApp की नयी गोपनीयता नीति के खिलाफ उठाया है. CAIT ने अपनी याचिका में कहा है कि WhatsApp की नयी नीति भारत के नागरिकों के विभिन्न मौलिक अधिकारों का उल्लघंन कर रही है.  दायर याचिका में यह भी लिखा कि WhatsApp जैसी बड़ी टेकनोलॉजी वाली कंपनियों को चलाने के लिए केंद्र">https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4_%E0%A4%B8%E0%A4%B0%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B0">केंद्र

सरकार को दिशा-निर्देश तैयार करना चाहिए.  सरकार को ऐसी नीति बनानी चाहिए जो नागरिकों और व्यवसायों की गोपनीयता की रक्षा करे. इसे भी पढ़े:रांचीः">https://lagatar.in/tribal-land-grab-cooperative-societies-will-be-investigated/18463/">रांचीः

लोन देकर आदिवासियों की जमीन हड़पने वाली कोऑपरेटिव सोसाइटियों पर जांच की आंच

एडवोकेट विवेक नारायण शर्मा ने दायर की याचिका

याचिका एडवोकेट अबीर रॉय द्वारा तैयार की गयी है. जिसे आज एडवोकेट विवेक नारायण शर्मा  ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर किया. याचिका में CAIT ने लिखा कि भारतीय यूजर्स के डेटा को बड़ी तकनीकी कंपनियों द्वारा दुरूपयोग कैसे किया जा सकता है. CAIT ने विशेष रूप से यूरोपीय संघ और भारत में WhatsApp की गोपनीयता नीति का अंतर बताते हुए याचिका दायर की. इसे भी पढ़े:डायन">https://lagatar.in/the-arrest-of-the-accused-has-not-yet-been-done-in-the-witch-case/18459/">डायन

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My Way High Way को अपना रहा  WhatsApp

CAIT के राष्ट्रीय सचिव शसुरेश सोन्थालिया ने आरोप लगाया कि व्हाट्सएप ने My Way High Way  के नजरिये को अपनाया है, जो मनमाना, अनुचित और असंवैधानिक है. इसे भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में स्वीकार नहीं किया जा सकता है. इसे भी पढ़े:धनबाद:">https://lagatar.in/dhanbad-deputy-commissioner-has-direct-communication-with-the-raiyats-of-fire-affected-area-suggestions-from-ryots/18454/">धनबाद:

उपायुक्त ने अग्नि प्रभावित क्षेत्र के रैयतों के साथ किया सीधा संवाद, रैयतों से लिये सुझाव

डाटा को गोपनीय रखने की बात कर यूजर्स को किया आकर्षित

WhatsApp  यूजर्स के डेटा को धोखे से इकट्ठा कर रहा है. भारत में अपने लॉन्च के समय, WhatsApp ने यूजर्स और उनके डाटा को गोपनीय रखने की बात की थी. गोपनीयता का वादा कर  यूजर्स को आकर्षित किया था. इसे भी पढ़े:पढ़ें">https://lagatar.in/read-what-happened-in-the-chat-of-arnab-goswami-and-barc-ceo/18453/">पढ़ें

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WhatsApp के अधिग्रहण के बाद डेटा  हुए शेयर

2014 में  Facebook ने WhatsApp का अधिग्रहण किया था.  इसके बाद ही यूजर्स ने अपने डेटा की गोपनीयता पर संदेह करना शुरू कर दिया था. क्योंकि उन्हें भय था कि उनके व्यक्तिगत डेटा को Facebook के साथ साझा किया जायेगा. जिसके बाद WhatsApp ने वादा किया कि अधिग्रहण के बाद गोपनीयता नीति में कुछ भी  बदलाव नहीं होगा. इसे भी पढ़े:पढ़ें">https://lagatar.in/read-what-happened-in-the-chat-of-arnab-goswami-and-barc-ceo/18453/">पढ़ें

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WhatsApp यूजर्स की गोपनीयता के अधिकारों के वादे से हटा 

हालांकि  अगस्त 2016 में  WhatsApp अपने वादे से पीछे हट गया. जिसके बाद WhatsApp ने एक नयी गोपनीयता नीति पेश की जिसमें उसने अपने यूजर्स के अधिकारों का  गंभीर रूप से समझौता किया.  WhatsApp ने यूजर्स के  गोपनीयता अधिकारों को पूरी तरह से कमजोर कर दिया.

डेटा की एक विस्तृत श्रृंखला को जुटाने के लिए नीतियों में  बदलाव

नयी गोपनीयता नीति के तहत, इसने वाणिज्यिक विज्ञापन और मार्केटिंग के लिए Facebook और इसकी सभी समूह कंपनियों के साथ व्यक्तिगत डेटा का साझा किया.  तब से ये  कंपनी अपनी नीतियों में बदलाव कर रही है. ताकि सूचनाओं की एक विस्तृत श्रृंखला को जुटाया जा सके  और थर्ड पार्टी को डाटा दिया जा सके. इसे भी पढ़े:‘लाश’">https://lagatar.in/bjp-leader-does-politics-on-dead-body-ajay-nath-shahdev/18433/">‘लाश’

पर राजनीति करते हैं भाजपा नेता- अजय नाथ शाहदेव    

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