Ramgarh: राष्ट्रीय फ्लोरोसिस रोकथाम एवं नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत सिविल सर्जन, रामगढ़ डॉ महालक्ष्मी प्रसाद एवं जिला नोडल पदाधिकारी एनपीपीसीएफ के नेतृत्व में उत्कमित उच्च विद्यालय, दोहाकातु, रामगढ़ में एक दिवसीय जांच शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में विद्यालय के पानी के सैंपल में भी फ्लोराईड की जांच की गयी. कार्यक्रम में 155 बच्चों की जांच डॉ पल्लवी कौशल, जिला कंसलटेंट एवं सीएचओ एनिमा किस्पोट्टा के द्वारा की गई.
कुल 25 बच्चों में जांच के बाद लक्षण पाए जाने पर उनके पेशाब का सैंपल लेकर लैब टेक्नीशियन जीतेन्द्र कुमार के द्वारा जांच उपरांत 10 बच्चों में इस बिमारी कि पुष्टि हुई. शिविर में जांच के साथ-साथ फ्लोरोसिस बीमारी से संबंधित जानकारी भी बच्चों व स्कुल के स्टाफ को दी गई. डॉ पल्लवी कौशल के द्वारा बताया गया कि फ्लोरोसिस बीमारी पीने के पानी में अधिक मात्रा में पाये जाने वाले फ्लोराइड तत्व के कारण होती है. साथ ही साथ सेंधा नमक, काला नमक, लाल चाय के सेवन से भी फ्लोरोसिस की बीमारी की संभावना बढ़ जाती है.
उन्होंने ये भी बताया कि सभी को अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां, खट्टे फल जैसे- संतरा, निबू, आवला एवं दूध से बने पदार्थ खाने की सलाह दी. जिससे कि शरीर में फ्लोराइड इक्टठा नहीं हो. यह भी बताया कि सदर अस्पताल, रामगढ़ में निःशुल्क कोई भी अपने पीने के पानी एवं पेशाब में फ्लोरोसिस बीमारी की जांच करवा सकता है. इस शिविर को सफल बनाने मे क्षेत्र की सीएचओ, ड्रेसर, सहिया एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों का विशेष योगदान रहा.
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