Chandwa : सरकार एक ओर जहां शिक्षा पर अरबों रुपए खर्च कर झारखंड में साक्षरता दर ऊपर उठाने का अथक प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी ओर शिक्षा मद पर खर्च हुए पैसे का सद्पयोग नहीं हो पा रहा है. चंदवा प्रखंड स्थित उच्च विद्यालय के समीप लगभग 25 वर्षों से छात्रावास बना हुआ है लेकिन आजतक छात्रों का रहना नसीब नहीं हो पाया. आज छात्रावास अपनी ही दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है. अब स्थिति ऐसी है कि भवन में लगे खिड़की-दरवाजे गायब हो चुके हैं. भवन जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है. अब यहां सिर्फ शराबियों, जुआरियों और असामाजिक तत्वों का अड्डा जमा रहता है. छात्रावास के शुरु होने से गांव के दूर दराज के सैकड़ों छात्रों को फायदा मिलता. यहां रहकर उन्हें पढ़ाई करने में सहूलियत होती. पढ़ाई का बेहतर माहौल मिलता लेकिन इस भवन के पूरा नहीं होने से छात्र इसका लाभ लेने से वंचित रह गये.
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पदाधिकारी जानकारी नहीं होने का करते हैं बात
इस संबंध में पूछे जाने पर उच्च विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक विजय कुमार साव कहते हैं कि इस विषय में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. वहीं जिला कल्याण पदाधिकारी आलोक शिकारी कच्छप भी कहते हैं कि इस विषय में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. इस बाबत प्रखंड विकास पदाधिकारी से जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.
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