Chandwa : चंदवा प्रखंड मुख्यालय से 15 किलो मीटर दूर स्थित है अमझरिया गांव. यह बहुत ही मनोरम जगह है. अमझरिया गांव से ही कीर्तन बाबा नाम केवलम का उदय हुआ था. आज आनंद मार्ग लगभग 200 देशों में फैला हुआ है. इसके संस्थापक श्री श्री आनंद मूर्ति का जन्म बिहार के जमालपुर में हुआ था. यहां हरेक साल 8 अक्टूबर को कीर्तन दिवस पर आनंदमार्गियों का मेला लगता है. वर्तमान में विश्व कल्याण के लिए 30 जून से अनवरत कीर्तन हो रहा है जो 9 अक्टूबर तक चलेगा.
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हरेक रविवार को मुफ्त में होता है इलाज
कीर्तन में भाग लेने के लिए बिहार के पटना, हाजीपुर, औरंगाबाद, कोलकाता समेत कई जगहों से आनंदमार्गी अमझरिया पहुंच रहे हैं. भक्तगण कीर्तन में लीन रहते हैं. आनंद मार्ग स्थल, कीर्तन नगर अमझरिया में डॉ. आरके राजन प्रत्येक सप्ताह रविवार को नि:शुल्क इलाज करते हैं और मुफ्त दवा देते हैं. मौके पर शुरेश दादा भुक्तिप्रधान जनरल लातेहार, आचार्य प्रज्ञानान्द, आचार्य ब्रज गोपालानन्द, शिव प्रसाद, यूनिट सेक्रेट्री बलेशर समेत पचास-साठ की संख्या में आनंद मार्गी उपस्थित थे.
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