Ranchi: रिम्स में मारपीट की घटना के बाद रिम्स प्रबंधन ने 20 जुलाई को हास्टल (सत्र 2019 से 2022 तक) खाली करा दिया था. जिसके बाद सोमवार को गठित जांच कमेटी की बैठक की गई, जिसमें निर्णय लिया गया कि अब बुधवार को मारपीट की घटना में संलिप्त रहने वाले करीब 14 विद्यार्थियों को अभिभावकों के साथ बुलाया जाएगा, जिसमें इन सभी का पक्ष प्रबंधन लेगा और आगे की कार्रवाई तय की जाएगी. इसके बाद सात अगस्त से छात्रों को हॉस्टल आवंटित किया जाएगा. इसमें सबसे पहले डेंटल कॉलेज के छात्र-छात्राओं को हॉस्टल दिया जाएगा. जिसके बाद इनकी कक्षाएं भी संचालित होंगी. बीडीएस के विद्यार्थियों को हॉस्टल देने के बाद मेडिकल छात्रों को हॉस्टल देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. रिम्स पीआरओ डॉ राजीव रंजन ने इसे लेकर जानकारी दी. उन्होंने कहा कि जो भी इस घटना में संलिप्त हैं, उनकी पहचान की गई है. साथ ही उनके द्वारा लिखित पत्रों को भी देखा गया है. जिसके आधार पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने व लगाने वालों को भी बुलाया गया है. इस बीच शैक्षणिक व्यवस्था को ठीक भी किया जा रहा है, हॉस्टलों में सीसीटीवी कैमरे दुरुस्त किए जा रहे हैं और व्यवस्था को भी बेहतर किया जा रहा है.
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ब्वॉय हॉस्टल में कैमरा नहीं, गर्ल्स हॉस्टल में लगे कैमरा में फुटेज ही नहीं
इस माह के शुरुआत में बवाल होने के दिन ब्वॉयज हॉस्टल नंबर चार के अंदर व बाहर मारपीट की घटनाएं घटी, जिसकी कोई फुटेज नहीं है. लेकिन अगले सप्ताह रिम्स निदेशक के आवास में जबरन अंदर प्रवेश करने को लेकर सीसीटीवी फुटेज सामने जरूर आयी है. इसी के आधार पर भी छात्रों को चिन्हित किया गया है. लेकिन गर्ल्स हास्टल के मुख्य द्वार पर लगे सीसीटीवी कैमरे से हर दिन का फुटेज है, लेकिन नौ जुलाई की फुटेज ही गायब है. जिसे लेकर भी कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. स्टूडेंट वेलफेयर डीन डॉ शिवप्रिय बताते हैं कि यह कैमरा खुद से सेफ्टी को देखते हुए लगाया गया था. जो सिमकार्ड पर आधारित है. लेकिन नौ जुलाई की फुटेज नहीं दिखना समझ से परे है. आखिर क्या कारण है कि उस का फुटेज निकल ही नहीं रहा है. यह देखना होगा और तकनीकी टीम देख रही है.
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