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कैट की बायकॉट तुर्कीये-अजरबैजान मुहिम, निशिकांत दुबे ने भी ट्वीट किया

तुर्की और अजरबैजान के बहिष्कार की मांग को लेकर ट्रैवल कंपनी कॉक्स एंड किंग्स ने तुर्की, उज्बेकिस्तान और अजरबैजान के लिए बुकिंग रोकने का फैसला किया है. NewDelhi : भारतीयों को तुर्कीये और अजरबैजान जाना बंद कर देना चाहिए, ऑपरेशन सिंदूर के समय तुर्कीये और अजरबैजान दोनों देशों ने पाकिस्तान को मदद पहुंचायी. झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रतिक्रिया देते हुए यह कहा. उन्होंने एक्स पर लिखा तुर्कीये और अजरबैजान हम भारतीयों को जाना बंद करना चाहिए. पाकिस्तान के किसी भी समर्थक देश के साथ कोई रिश्ता नहीं, दुश्मन का दोस्त दुश्मन. जान लें कि भारत द्वारा पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक (ऑपरेशन सिंदूर) के समय दोनों देशों ने पड़ोसी देश पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया था. जानकारी के अनुसार साल 2024 में तुर्कीये में लगभग 62.2 मिलियन विदेशी यात्री आये थे. इनमें से 2,50,000 के आसपास भारतीय तुर्कीये गये थे. 2023 की तुलना में 2024 में 20 प्रतिशत अधिक भारतीय यात्री तुर्कीये गये थे. हर भारतीय पर्यटक ने औसतन 972 डॉलर खर्च किये  देश की शीर्ष ट्रेडर्स बॉडी में शामिल कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आज बुधवार को सभी व्यापारियों और नागरिकों से तुर्कीये और अजरबैजान का बायकॉट करने की अपील की है. कैट के राष्ट्रीय महामंत्री और चांदनी चौक से सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने आह्वान करते हुए कहा कि यदि भारतीय नागरिक तुर्किए और अज़रबैजान की पाकिस्तान के प्रति समर्थन के विरोध में इन देशों की यात्रा का बहिष्कार करते हैं, तो इसका इन देशों की अर्थव्यवस्था, विशेषकर पर्यटन क्षेत्र पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है. तुर्की और अजरबैजान के बहिष्कार की मांग को लेकर ट्रैवल कंपनी कॉक्स एंड किंग्स ने तुर्की, उज्बेकिस्तान और अजरबैजान के लिए बुकिंग रोकने का फैसला किया है. खबर है कि इक्सिगो ने भी अजरबैजान, तुर्की और चीन के लिए बुकिंग न लेने का फैसला किया. कई छोटी ट्रैवल मैनेजमेंट कंपनियां नेतुर्की और अजरबैजान की यात्रा न करने की सलाह दी है. कैट ने जो आंकड़ा साझा है. उसके अनुसार, पिछले वर्ष तुर्कीये की कुल पर्यटन आय लगभग 1.1 बिलियन डॉलर थी, प्रत्येक भारतीय पर्यटक ने औसतन 972 डॉलर खर्च किये थे. पिछले वर्ष भारतीयों ने तुर्कीये में 291.6 मिलियन डॉलर खर्च किये थे. ट्रेडर्स बॉडी ने उदाहरण देते हुए कहा, इससे पहले उसने चीनी उत्पादों के बायकॉट के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया था, जो काफी असरदार रहा है. अब कैट ने तुर्कीये और अजरबैजान की यात्रा के बायकॉट के लिए अभियान शुरू किया है 2024 में 2,50,000 भारतीय गये थे अजरबैजान जानकारी के अनुसार 2024 में अजरबैजान यात्रा पर लगभग 2.6 मिलियन विदेशी पर्यटक पहुंचे थे, जिनमें से लगभग 2,50,000 भारतीय थे. एक भारतीय पर्यटक की ओर से औसत खर्च 2,170 अजरबैजानी मनात था, जो लगभग 1,276 डॉलर के बराबर है. एक अनुमान है कु पिछले साल भारतीयों ने अजरबैजान में 308.6 मिलियन डॉलर खर्च किये थे. व्यापारियों ने तुर्की से आयात होने वाले सेबों की बिक्री पूरी तरह बंद कर दी महाराष्ट्र के पुणे से लेकर राजस्थान के उदयपुर तक व्यापारियों ने तुर्की से आयातित वस्तुओं का बहिष्कार कर तुर्की को आर्थिक मोर्चे पर जवाब देने की घोषणा की है. पुणे में व्यापारियों ने तुर्की से आयात होने वाले सेबों की बिक्री पूरी तरह बंद कर दी है. हर साल पुणे के फलों के बाजार में तुर्की सेबों की हिस्सेदारी लगभग 1000-1200 करोड़ रुपये की होती है, लेकिन अब यह ठप हो गया है. गाजियाबाद के साहिबाबाद फल मंडी के व्यापारियों ने भी तुर्की से सेब और अन्य फलों के आयात का बहिष्कार कर दियी है तुर्की से मार्बल का आयात बंद एशिया के सबसे बड़े मार्बल व्यापार केंद्र के रूप में पहचाने जाने वाले उदयपुर के व्यापारियों ने तुर्की से मार्बल का आयात बंद करने की बात कही है इसे भी पढ़ें : सीडीएस,">https://lagatar.in/cds-army-chief-met-president-draupadi-murmu-praised-operation-sindoor/">सीडीएस,

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