LagatarDesk : दुनिया की बड़ी टेक कंपनी Apple को बड़ा झटका लगा है. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने Apple के खिलाफ जांच के आदेश दिये हैं. आरोप है कि कंपनी मार्केट में अपनी पोजिशन का दुरुपयोग करती है. Apple अपने ऐप स्टोर के जरिए देश में गलत तरीके से कारोबारी गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है. इसके अलावा कंपनी थर्ड पार्टी डेवलपर्स के साथ भी अपनी पोजिशन का गलत इस्तेमाल कर रही है.
मामले की जांच कर 60 दिनों के अंदर सौंपनी है रिपोर्ट
Apple पर इन-ऐप पर्चेसिस को लेकर 30 फीसदी तक का कमीशन लगाने की भी शिकायत दर्ज करायी गयी है. यह शिकायत Apple Inc और Apple India प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ दर्ज कराया गया है. CCI ने आदेश दिया है कि मामले की जांच के 60 दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपनी है.
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Apple के ऐप स्टोर पर थर्ड पार्टी को लिस्ट करने की नहीं है इजाजत
CCI ने अपने आदेश में कहा कि Apple का ऐप स्टोर, ऐप डेवलपर्स के लिए iOS यूजर्स को ऐप डिस्ट्रिब्यूट करने का इकलौता जरिया है. ऐप स्टोर हर आईफोन और आईपैड पर पहले से इंस्टॉल है. थर्ड पार्टी ऐप स्टोर को Apple के ऐप स्टोर पर लिस्ट करने की इजाजत नहीं है. Apple द्वारा लगाये गये बैन iOS के लिए ऐप स्टोर मार्केट को लगभग बंद कर देते हैं.
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प्रतिस्पर्धा मानकों का उल्लंघन कर रही कंपनी
CCI के अनुसार, यह प्रतिस्पर्धा मानकों का उल्लंघन है और संभावित ऐप डिस्ट्रीब्यूटर्स व ऐप स्टोर डेवलपर्स को मार्केट में जगह बनाने से भी रोकता है. इन कारणों के कारण नियामक ने अपने डायरेक्टर जनरल (DG) द्वारा विस्तृत जांच के आदेश दिये हैं.
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ऐप डेवलपर्स को एप्पल के नॉन-नेगोशिएबल नियमों को मानना पड़ता
CCI ने आदेश में कहा है कि ऐप डेवलपर्स को यूजर्स तक पहुंचने के लिए एप्पल के ऐप स्टोर पर निर्भर रहना पड़ता है. यूजर भी ऐप डाउनलोड करने के लिए ऐप स्टोर पर निर्भर हैं. भारत में ऐप स्टोर मार्केट में कंपनी का एकाधिकार है. ऐसे में ऐप डेवलपर्स को एप्पल के नॉन-नेगोशिएबल नियमों को मानना पड़ता है.