New Delhi : सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा, जब सरकार ने मुझे सीडीएस नियुक्त किया, तो मेरा मुख्य काम तीनों सेनाओं के बीच एकजुटता और एकीकरण स्थापित करना था. यह बहुत ही कठिन काम है, लेकिन मुझे लगता है कि यह ज़रूरी भी है.
#WATCH | Delhi: CDS General Anil Chauhan says, "...When the Govt appointed me as the CDS, one of my primar jobs was to create jointness and integration among the three services. It's a very difficult task, but essential, I think. Civil-Military Fusion is about jointness and… pic.twitter.com/HNLtpgbCbB
— ANI (@ANI) October 22, 2025
#WATCH | Delhi: Army chief General Upendra Dwivedi says, "...Higher command course always talks about 'why'. Three things which I picked up from him [Lt Gen Raj Shukla (Retd)] at that point in time...The second thing was the foundation for Operation Sindoor. At that time (in… pic.twitter.com/arUeICHREh
— ANI (@ANI) October 22, 2025
सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला (सेवानिवृत्त)]की पुस्तक सिविल मिलिट्री फ्यूजन एज अ मेट्रिक ऑफ नेशनल पावर एंड कॉम्प्रिहेंसिव सिक्योरिटी पुस्तक और पोर्ट्रेट्स ऑफ वैलोर : टाइमलेस मिलिट्री आर्ट कॉफ़ी टेबल बुक के विमोचन अवसर पर बोल रहे थे. पुस्तक का विमोचन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया.
सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर एकजुटता और एकीकरण जरूरी है राज शुक्ला ने अपनी पुस्तक में इसी बात को उजागर किया है. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि भारत ने इस दिशा में कुछ प्रयास नहीं किये हैं.
सीडीएस ने कहा कि हाल ही में हुए संयुक्त कमांडरों के सम्मेलन में राजनीतिक नेतृत्व ने हमें कुछ दिशा-निर्देश दिये थे, जिसमें उन्होंने सेना से उन कुछ पहलों में नेतृत्व करने को कहा था, जहां हम एकीकरण कर सकते हैं.
इस अवसर पर सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा, उच्च कमान पाठ्यक्रम हमेशा क्यों के बारे में बात करता है. सेना प्रमुख ने कहा कि यह मैंने उस समय उनसे [लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला (सेवानिवृत्त) सीखा. दूसरी बात ऑपरेशन सिंदूर की नींव थी. 2016 में जब उरी हुआ था, तो उन्होंने इस पर विस्तृत चर्चा की थी.
उन्होंने विभिन्न विकल्पों पर विचार-विमर्श किया था कि भविष्य में आने वाली इस स्थिति से कैसे निपटा जाये. सेना प्रमुख ने कहा, इसलिए, मुझे स्पष्ट रूप से स्वीकार करना होगा कि जब यह स्थिति मेरे सामने आयी, तो यह मेरे लिए बहुत ही सामान्य बात थी क्योंकि मैं इसे पहले ही देख चुका था.
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