LagatarDesk : बैंकों के निजीकरण को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. बता दें कि केंद्र सरकार ने प्राइवेटाइजेशन के लिए दो बैंकों का नाम शार्टलिस्ट किया है. सरकार सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक का निजीकरण करेगी. केंद्र सरकार इन दोनों सरकारी बैंकों मे अपने हिस्से का विनिवेश करेगी. माना जा रहा है कि पहले चरण में सरकार 51 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी.
निजीकरण के जरिये 1.75 लाख करोड़ जुटाने का लक्ष्य
सरकार विनिवेश से पहले बैंकिंग रेग्युलेशन एक्ट सहित अन्य नियमों में बदलाव करेगी. इसके बाद ही बैंकों का निजीकरण किया जायेगा. बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को बजट पेश करते समय कहा था कि चालू वित्त वर्ष में दो सरकारी बैंकों और एक इंश्योरेंस कंपनी का निजीकरण किया जायेगा. सरकार ने विनिवेश और निजीकरण के जरिये 1.75 लाख करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है.
इसे भी पढ़े : धनबाद : करंट लगने से ससुर और बहू की हुई मौत, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शेयरों 20 फीसदी की बढ़त
निजीकरण के खबर सामने आने के बाद सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक के शेयरों में 20 फीसदी का अपर सर्किट लगा गया है. बता दें कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शेयरों में 19.80 फीसदी की तेजी के साथ 24.20 के स्तर पर पहुंच गया है. इस बढ़त के बाद बैंक का मार्केट कैप 21007 करोड़ हो गया है. इस बैंक में सरकार के पास 89.78 फीसदी हिस्सेदारी है.
इसे भी पढ़े : सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, चीन हर मामले में भारत से मीलों आगे, IMF-UN नहीं देखते बुनियादी डेटा, इसलिए चीन पर गलत साबित हो रहे
इंडियन ओवरसीज का मार्केट कैप बढ़कर 44609 करोड़ पहुंचा
इंडियन ओवरसीज बैंक के शेयर भी 19.80 फीसदी की तेजी के साथ 23.60 के स्तर पर पहुंच गया है. इस बैंक का मार्केट कैप 44609 करोड़ हो गया है. इस बैंक में सरकार की हिस्सेदारी 95.84 फीसदी है.
इसे भी पढ़े :Khatron Ke Khiladi 11 का नया प्रोमो रिलीज, स्टंट में चीखती चिल्लाती नजर आयी निक्की तंबोली
थिंक टैंक नीति आयोग ने सरकरा को दी थी रिपोर्ट
कुछ दिन पहले थिंक टैंक नीति आयोग ने दो बैंकों की लिस्ट सरकार को सौंपी थी. प्राइवेटाइजेशन की लिस्ट में इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का नाम आया था.