- झारखंड में दो करोड से अधिक मजदूर- कर्मचारी हड़ताल पर रहे
Ranchi : मजदूर कर्मचारी संगठनों की दो दिवसीय हड़ताल के दूसरे दिन हड़ताली मजदूरों को संबोधित करते हुए भाकपा माले के विधायक विनोद सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार को मजदूरों से ज्यादा कंपनियों की चिंता है. देश में बेगारी में काम कराने की प्रथा की नई शुरुआत हुई है. पोषण सखी, सहिया, रसोइया समेत मानदेय कर्मियों को इसी हालात का शिकार होना पड़ रहा है. श्रम कानून में संशोधन फैक्ट्रियों में सस्ता मजदूरी के लिए मोदी सरकार द्वारा कंपनियों के साथ किया गया करार है. चार लेबर कोड मजदूर वर्ग के अधिकारों पर हथौड़े की मार है. बता दें कि मंगलवार को भी कोयला उद्योग, विद्युत, ट्रांसपॉर्ट, बैकिंग, निर्माण, रोडवेज समेत केंद्रीय और राज्य के संस्थानों में हड़ताल जारी रही. झारखंड में दो करोड से अधिक मजदूर- कर्मचारी हड़ताल पर रहे.

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राजभवन तक रैली निकाल कर प्रदर्शन किया
ऐक्टू, सीटू, इंटक, एआईयूटीयूसी, एटक से जुडे मजदूरों ने दो दिवसीय देशव्यापी आम हड़ताल के दूसरे दिन अपना काम बंद कर यूनिवर्सिटी गेट से राजभवन तक रैली निकाल कर प्रदर्शन किया.
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