Ranchi: झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने एफसीआई की लापरवाही पर कड़ी आपत्ति जताई है. मंत्री ने कहा है कि केंद्र सरकार के उपक्रम राज्य में निरंकुश हो गए हैं. एफसीआई की मनमानी से किसान बेहाल हैं. मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि यदि एफसीआई के पदाधिकारियों व कर्मियों के आचरण में सुधार नहीं होता है. शीघ्र ही धान की खरीदारी करते हुए किसानों की समस्या का समाधान नहीं किया जाता है तो इनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए राज्य में इनके प्रचलन पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा.
ठाकुर ने कहा है कि गढ़वा जिले में पिछले चार महीनों में कुछ धान क्रय केंद्रों पर सिर्फ 7 से 10 दिन ही धान की खरीदारी की गई है. इस संबंध में एफसीआई के अधिकारियों को कई बार स्मार पत्र दिया गया परंतु उनकी मनमानी के कारण कोई असर नहीं हुआ. यही स्थिति पूरे राज्य की है. सभी जगह क्रय केंद्र के बाहर किसानों का धान पड़ा हुआ है. विभाग के पदाधिकारी व कर्मी कभी गोदाम खाली नहीं होने तो कभी बोरा खाली नहीं होने आदि का बहाना बनाकर धान की खरीदारी नहीं कर रहे हैं. जिससे किसान काफी बेहाल है.
इसे भी पढ़ें-संक्रमण की दूसरी लहर में परिजनों को खोने से बच्चे मानसिक तनाव से गुजर रहे, नहीं हो CBSE 12वीं परीक्षा: हेमंत सोरेन
कई बार स्मार पत्र देने के बाद भी अधिकारियों के आचरण में सुधार नहीं आया है. यदि एफसीआई के अधिकारी व कर्मी अपनी आदत में सुधार नहीं लाते हैं तो इन के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए राज्य में इस पर प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है. मिथिलेश ठाकुर ने कहा है कि केंद्र सरकार के उपक्रम राज्य में बिल्कुल निरंकुश तरीके से कार्य कर रहे हैं. जिससे किसानों एवं राज्य वासियों को काफी कठिनाई हो रही है. राज्य सरकार इस हरकत को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी. मंत्री ठाकुर ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट कर यह जानकारी दी है.