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प्रमाण-पत्र केवल एक डिग्री नहीं, बल्कि ज्ञान, प्रतिबद्धता व उत्तरदायित्व का प्रमाण है – राज्यपाल

Ranchi: राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने मंगलवार को जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में कहा कि यह प्रमाण-पत्र केवल एक डिग्री नहीं, बल्कि आपके ज्ञान, प्रतिबद्धता और उत्तरदायित्व का प्रमाण है. उन्होंने कहा कि आपको अपनी इस शिक्षा का उपयोग समाज और राष्ट्र के निर्माण में करना है. शिक्षा का उद्देश्य केवल डिग्री हासिल करना नहीं, बल्कि ज्ञान हासिल कर, उस ज्ञान का समाज और राष्ट्र के कल्याण में उपयोग करना है. आप सब अपने अर्जित ज्ञान और कौशल का उपयोग कर समाज के विकास में अपनी भूमिका निभाएं. इसे भी पढ़ें -SSP">https://lagatar.in/ssp-transferred-two-inspectors-and-3-sis-kanke-police-station-in-charge-changed/">SSP

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जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय का कोल्हान क्षेत्र में विशेष स्थान

राज्यपाल ने जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय कोल्हान क्षेत्र में एक विशेष स्थान रखता है. उन्होंने कहा कि यह संस्थान महिला सशक्तिकरण और बालिकाओं को उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. विश्वविद्यालय के पूर्ववर्ती छात्रों ने अपने ज्ञान, कौशल और परिश्रम से विभिन्न क्षेत्रों में सफलता अर्जित की है. राज्य में महिलाओं की शिक्षा और सामाजिक-आर्थिक प्रगति अत्यंत आवश्यक है और यह विश्वविद्यालय इस दिशा में योगदान दे रहा है.

वैश्वीकरण के इस युग में विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता

राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के सभी सदस्यों से अपेक्षा जताई कि वे लड़कियों को सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध रहें. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य ऐसा माहौल बनाना होना चाहिए, जहां यह विश्वविद्यालय राज्य और देश में लड़कियों की उच्च शिक्षा के लिए आदर्श केंद्र बने." उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए गए `बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ` अभियान का भी उल्लेख किया, जिसने महिला सशक्तिकरण और शिक्षा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है.

अपना रास्ता समझदारी से चुनें, अनुशासन बनाए रखें

राज्यपाल ने उपाधीधारक बेटियों को सलाह दी कि वे पेशेवर दुनिया में प्रवेश करते हुए अपना रास्ता समझदारी से चुनें और अनुशासन बनाए रखें. उन्होंने कहा कि आपकी क्षमताएं असीमित हैं. यदि आप अपने ज्ञान, परिश्रम और आत्मविश्वास का पूरा उपयोग करें, तो कोई भी बाधा आपको आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती." उन्होंने यह भी कहा कि ये बेटियां जमशेदपुर की छवि को `महिला शिक्षा के उत्कृष्ट केंद्र` के रूप में स्थापित कर सकती हैं.

महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में कर रही हैं उत्कृष्ट प्रदर्शन

राज्यपाल ने महिलाओं की सफलता की सराहना करते हुए कहा कि महिलाएं अब डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, शिक्षक, प्रशासक और एथलीट के रूप में उत्कृष्टता हासिल कर रही हैं. उन्होंने नेल्सन मंडेला के उद्धरण शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है, जिससे आप दुनिया को बदल सकते हैं और बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के शब्द मैं किसी समाज की प्रगति को महिलाओं की प्रगति से मापता हूं का उल्लेख किया.

एक बेटी की शिक्षा समाज और राष्ट्र के निर्माण में योगदान देती है

राज्यपाल ने यह भी कहा कि जब एक बेटी पढ़-लिख जाती है तो वह पूरे परिवार और समाज को शिक्षित करती है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि झारखंड की बेटियां न केवल राज्य, बल्कि पूरे देश का गौरव बढ़ाएंगी. राज्यपाल ने सभी से आग्रह किया कि वे अपने लक्ष्य की ओर निर्भीकता से बढ़ें, समाज को आगे बढ़ाने में योगदान दें और राष्ट्र के निर्माण में भागीदार. इसे भी पढ़ें -ज्वैलरी">https://lagatar.in/7-accused-involved-in-theft-incident-in-jewelery-shop-arrested-all-caught-from-ranchi-and-sahebganj/">ज्वैलरी

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