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सर्वाइकल कैंसर: फ्री टीका ही निदान, बोलीं महिला विधायक- सरकार पर बढ़ाएंगे दबाव

Shruti Singh Ranchi: महिलाओं में होने वाले सर्वाइकल कैंंसर को लेकर राज्य की महिलाओं में भले ही जानकारी की कमी हो, लेकिन झारखंड की महिला जनप्रतिनिधि इसको लेकर बेहद जागरूक हैं. यही नहीं सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, दोनों ही तरफ की महिला विधायक इस गंभीर बीमारी की रोकथाम के लिए हरसंभव कदम उठाने को तैयार हैं. महिला विधायकों ने अलग-अलग बातचीत में कहा कि झारखंड जैसे गरीब राज्य में सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन हर बच्ची को मुफ्त में लगाई जाए, इसकी हर कोशिश की जाएगी. विधायकों ने यहां तक कहा कि वो प्रयास करेंगी कि राज्य के हर स्कूल में वैक्सीनेशन कैंप लगा कर बच्चियों को वैक्सीन का टीका लगाया जाए. उनका कहना है कि झारखंड ही नहीं पूरे देश में महिलाओं में होने वाली सबसे आम बीमारी सर्वाइकल कैंसर है. महिला विधायकों ने अफसोस जताया कि इसका बचाव और इलाज दोनों हो सकते हैं पर दिक्कत यह है कि यहां की बच्चियों को इसके बारे में जानकारी ही नहीं है. अगर सरकार के स्तर से 13-15 साल की गरीब बच्चियों को मुफ्त में टीके लगवाए जाएं, तो आधी-आबादी को इस जानलेवा बीमारी से बचाया जा सकता है.

आइए जानते हैं कि महिला विधायकों ने क्या कहा

स्कूलों तक वैक्सीन पहुंचाने का प्रयास करूंगी: दीपिका पांडेय सिंहकांग्रेस की विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर काफी खतरनाक होता है. कई बार इसके कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं. इसका पता नहीं चला, तो यह जानलेवा हो सकता है. वैक्सीन से इससे बचाव किया जा सकता है. झारखंड में सर्वाइकल कैंसर को लेकर जागरुकता काफी कम है. शुरुआती लक्षण दिखने के बाद भी महिलाएं इसे इग्नोर करती हैं. मैं प्रयास करूंगी कि सर्वाइकल कैंसर से बचाव का वैक्सीन झारखंड में फ्री किया जाए. प्रयास होगा कि स्कूलों तक वैक्सीन पहुंचाया जा सके.

वैक्सीन फ्री करके ही थोड़ा पुण्य कमा ले सरकार- अपर्णा सेनगुप्ता

भाजपा विधायक अर्पणा सेनगुप्ता ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मौतों को रोकने के लिए एचपीवी वैक्सीन लगवाना भी महत्वपूर्ण होता है. वैक्सीनेशन की मदद से सर्वाइकल कैंसर से मौत का खतरा 93 फीसदी तक कम किया जा सकता है. मैं झारखंड सरकार से मांग करती हूं कि दूसरे प्रदेशों की तरह झारखंड में भी सर्वाइकल कैंसर से बचाव का वैक्सीन फ्री किया जाए. सरकार को मानवता के नाते यह करना चाहिए. हेमंत सरकार में महिलाएं तो ऐसे ही असुरक्षित हैं. वैक्सीनेशन फ्री करके ही सरकार थोड़ा पुण्य कमा ले.

वैक्सीन फ्री कर गरीबों को राहत दे सरकार- नीरा यादव

भाजपा विधायक नीरा यादव ने कहा कि शहरी इलाकों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के मामले अधिक पाए जाते हैं. इससे बचाव के लिए एचपीवी वैक्सीन मददगार साबित हो सकती है. इसीलिए 9 से 14 साल की उम्र की सभी लड़कियों को वैक्सीन लगवाने की सलाह दी जाती है. झारखंड में आदिवासी-पिछड़े वर्ग की तादाद ज्यादा है. अगर सरकार महिलाओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर गंभीर है, तो दूसरे राज्यों की तरह यहां भी वैक्सीन फ्री करना चाहिए.

दूसरे राज्यों की तरह झारखंड में भी फ्री हो वैक्सीन- सुनीता चौधरी

आजसू विधायक सुनीता चौधरी ने कहा कि महिलाओं में कैंसर की बात की जाए, तो ओवेरियन कैंसर और सर्वाइकल कैंसर सबसे कॉमन है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के भारत में सर्वाइकल कैंसर के केसेस के जो आंकडे सामने आए हैं, वे चौंकाने वाले हैं. ऐसे में सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए राज्य की महिलाओं में जागरुकता लाना काफी जरूरी है. सरकार को भी अपनी तरफ से कोशिश करनी चाहिए. महिलाओं की सुरक्षा के दृष्टिकोण से दूसरे राज्यों की तरह झारखंड में इसके वैक्सीन को फ्री की जानी चाहिए.

सर्वाइकल कैंसर है क्या?

जब कैंसर गर्भाशय ग्रीवा में शुरू होता है, तो उसे गर्भाशय ग्रीवा कैंसर या सर्वाइकल कैंसर कहा जाता है. इस कैंसर को बच्चेदानी के मुंह का कैंसर भी कहा जाता है. सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय (यूट्रस) के सबसे नीचे के भाग का ट्यूमर होता है. यह गर्भाशय के निचले भाग से शुरू होता है और ऊपरी वेजाइना तक जुड़ता है. जिसे गर्भाशय ग्रीवा कहते हैं. ज्यादातर सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचवीपी) के संक्रमण के कारण होता है. एचपीवी वायरस का एक समूह है, जिसके 100 से ज्यादा प्रकार हैं. इसके लगभग 30 प्रकार लैंगिक क्षेत्र को प्रभावित कर सकते हैं. इनमें से 14 कैंसर पैदा करने वाले हैं, जिन्हें हाई रिस्क एचपीवी की श्रेणी में रखा गया है. इस वायरस के दो प्रकार 70 प्रतिशत सर्वाइकल कैंसर और सर्वाइकल घावों का कारण बनते हैं. [wpse_comments_template]

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