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चाईबासा : कोल्हान विवि में दीक्षांत समारोह में 103 गोल्ड मेडलिस्ट व 85 पीएचडी शोधार्थी हुये सम्मानित

Chaibasa : कोल्हान विश्वविद्यालय के पांचवें दीक्षांत समारोह में विभिन्न विषयों में कुल 103 टॉपर को कुलाधिपति सह राज्यपाल रमेश बैस ने अपने हाथों से डिग्री सर्टिफिकेट दिया. वहीं 85 पीएचडी शोधार्थियों को भी सम्मानित किया गया. कोल्हान विवि के इतिहास में यह पहला मौका है जहां एक साथ इतनी संख्या में पीएचडी धारियों को अवार्ड दिया गया. कोल्हान विवि का मुख्य कार्यक्रम चाईबासा के पिल्लाई हॉल में आयोजित किया गया. जबकि अन्य 25 सेंटर में भी समारोह का आयोजन किया गया. जहां डिग्रीधारियों को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया. भारतीय परिधान के साथ डिग्री धारियों ने कॉलेजों में बने सेंटर से अपना प्रमाण पत्र लिया. वहीं मुख्य कार्यक्रम में भी सभी गोल्ड मेडलिस्ट, पीएचडी धारी, सिंडिकेट व सीनेट सदस्य, विवि के पदाधिकारी भी भारतीय परिधान पर नजर आये. चाईबासा के मुख्य कार्यक्रम में कुलाधिपति सह राज्पाल रमेश बैस दोपहर 2 बजे पहुंचे. जिसके बाद उनका स्वागत टीआरएल विभाग के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत कर किया. कुलाधिपति ने दीप प्रज्जवलित कर दीक्षांत समारोह का शुभारंभ किया. https://lagatar.in/wp-content/uploads/2022/04/CHaibasa-ku-kuladhipati-1-350x250.jpg"

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उसके बाद कुलपति प्रो गंगाधर पंडा ने स्वागत भाषण किया. इस दौरान कोल्हान विवि के वस्तुस्थिति को कुलाधिपति के समक्ष रखा. साथ ही भविष्य की योजना तथा इतिहास को दोहाराया गया. उसके पश्चात मानविकी डीन, सोशल साइंस डी डॉ आशा मिश्रा, साइंस डीन डॉ बीएन प्रसाद, कॉमर्स डीन ने सभी डिग्रीधारियों सर्टिफिकेट प्रदान करने की अनुमति कुलाधिपति से मांगी. उसके पश्चात पारी-पारी कर सभी गोल्ड मेडिलिस्ट को सम्मानित किया गया. लगभग 50 मिनट तक गोल्ड मेडलिस्ट को सम्मानित किये. जबकि पीएचडी धारियों को लगभग 25 मिनट तक किये. समारोह में कुलाधिपति सह राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि शिक्षा व उपाधि प्राप्त करना लक्ष्य मात्र प्राप्ति नहीं है. शिक्षा मनुष्य को चरित्रवान के साथ उत्तम नागरिक बनाता है. शिक्षा अंधकार से उजाला की ओर लता है. कोल्हान विवि में प्राप्त ज्ञान को विभिन्न स्थानों में प्रदर्शित करने का अवसर प्राप्त करें. कुछ न कुछ सीखने वाले व्यक्ति जीवन के प्रथम बीज होता है. https://lagatar.in/wp-content/uploads/2022/04/CHaibasa-ku-kuladhipati-2-350x250.jpg"

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उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि भविष्य में कोल्हान विवि प्रत्येक साल दीक्षांत समारोह आयोजित कर डिग्रीधारियों को सम्मानित करेगा. ताकि समय पर विद्यार्थियों को डिग्री सर्टिफिकेट मिल सकें. उन्होंने उपाधि ग्रहण करने वाले विद्यार्थी व शोधार्थियों को राष्ट्रीय निर्माण में बढ़चढ़ शामिल होने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि जो ज्ञान यहां से हासिल किया है उसे अपने जीवन में अमल करें. कुछ न कुछ नया जानने व सीखने की अभिलाषा होनी चाहिये. शिक्षा, जिज्ञासा, उत्साह और सतर्कता ही ज्ञान की असली पहचान है. शिक्षा ही आर्थिक, समाजिक और शक्तिशाली साधान है. ज्ञान से ही वास्तिव विकास होता है. आगे बढ़ने का एक ही मार्ग है. मुझे पूरा विश्वास है कि उच्च शिक्षा को मानक को मानते हुये देश के विभिन्न स्थानों में शिक्षा का का प्रसार करेंगे. विश्वविद्यालय में सूंदर व अच्छा महौल होना चाहिये. शिक्षकों को शिक्षा के प्रति समर्पित होनी चाहिये. इसे भी पढ़ें : खरसावां">https://lagatar.in/kharsawan-odia-speaking-delegation-met-the-governor-under-the-leadership-of-former-minister-dr-sharangi-handed-over-the-memorandum/">खरसावां

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गोल्ड मेडलिस्ट को मिला असली सोना

कोल्हान विश्वविद्यालय के गोल्ड मेडलिस्ट को असली सोना देकर सम्मानित किया. जिसमें दो ग्राम सोना तथा 50 ग्राम चांदी मिला हुआ था. उपाधि प्राप्त होने के पश्चात डिग्रीधारियों में हर्ष देखा गया. गोल्ड मेडलिस्ट विद्यार्थियों ने कहा कि समारोह का एक बेहतर अनुभव रहा.

सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम

दीक्षांत समारोह स्थल के चारों तरफ सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया गया. चारों तरफ दंडाधिकारी व पुलिस के पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. बिना जांच के समारोह स्थल पर प्रवेश नहीं दिया गया. जांच के पश्चात ही प्रवेश दी गयी. मौके पर डीआइजी अजय लिंडा, आयुक्त मनोज कुमार, उपायुक्त अनन्य मित्तल पूरे विधि व्यवस्था को देख रहे थे. [wpse_comments_template]

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