Chaibasa (Sukesh kumar) : जनजातीय हो भाषा को भारत सरकार से संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने की मांग को लेकर आदिवासी हो समाज युवा महासभा चाईबासा ने आदिवासी बालक छात्रावास मोराबादी, रांची में सोमवार को संपर्क अभियान चलाया. राष्ट्रीय स्तर पर आगामी 21 अगस्त को दिल्ली पार्लियामेन्ट स्ट्रीट जंतर-जंतर में निर्धारित एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम के संबंध में छात्रों को जानकारी दी गई. पोस्ट कार्ड लेखन अभियान से छात्रों को जोड़ते हुए प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और राष्ट्रपति, भारत सरकार नई दिल्ली के नाम से पोस्ट कार्ड लिखाया गया.
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संस्कृति को बचाने के लिए नौजवानों को आगे आना होगा – राहुल
आदिवासी हो समाज युवा महासभा के प्रदेश संगठन सचिव राहुल पूर्ति ने छात्रों से अपील करते हुए कहा कि समाज की संस्कृति को बचाने के लिए हम जैसे पढ़े-लिखे नौजवानों को आगे आना होगा. अपने भाषा-संस्कृति से ही आदिवासियत की पहचान है. आदिवासी हो समाज युवा महासभा राष्ट्रीय कमिटि के युवा साहित्यकार सह डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर दिलदार पूर्ति ने कहा कि हमेशा अपनी भाषा संस्कृति का सम्मान करें और आपनी भाषा को प्राथमिकता देते हुए उसका प्रयोग करें. मौके पर कृष्णा हेम्ब्रम, प्रकाश पड़ेया, बलबल सिंह कुंटिया, निखिल समाड, अगस्ती मेलगांडी, शिवानी बनारा, अलिशा पूर्ति, विशाल सुन्डी, अमित बनारा, सुभाष चंद्र सिन्कु आदि शामिल थे.
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