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पशुओं की बीमारी का इलाज करेगा विभाग
जबकि पशुपालन विभाग का लक्ष्य इस वर्ष 6000 से अधिक लाभार्थियों को जोड़ना है. जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉक्टर सुधाकर सिंह मुंडा ने बताया कि ज्यादातर ग्रामीण बकरी पालन, मुर्गा-मुर्गी पालन तथा बत्तख पालन में रुचि दिखा रहे हैं. क्योंकि इन योजनाओं में कम समय में ही लाभार्थी को लाभ मिलना आरंभ हो जाता है. जबकि अच्छी नस्ल के दुधारू गायों के लिए बहुत कम लाभार्थी आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि इन योजनाओं का सही तरीके से संचालन यदि करें तो लाभार्थी को एक वर्ष के अंदर उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी हो सकती है यदि पशुओं में कोई बीमारी होती है तो उसका इलाज विभाग के द्वारा किया जाएगा. इसे भी पढ़ें :बहरागोड़ा">https://lagatar.in/bahragora-students-doing-better-in-matriculation-exam-honored/">बहरागोड़ा: मैट्रिक परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थी सम्मानित [wpse_comments_template]
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