- नए जिला अध्यक्ष बनने को लेकर हाईकमान बना रहे रणनीति
- राज्य के 10 जिलों के जिला अध्यक्ष बदलेंगे
Chaibasa (Sukesh kumar) : आगामी 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिमी सिंहभूम में रणनीति बनाना शुरू कर दिया है. इस बार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव लड़ी जायेगी, लेकिन पश्चिमी सिंहभूम में संगठन में बदलाव किया जाएगा. सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष सतीश पुरी की छुट्टी अब होगी. अब उनके स्थान पर नए चेहरे को जगह दिया जाएगा. बताया जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में वर्तमान जिला अध्यक्ष की पकड़ नहीं होने के कारण भाजपा को नुकसान हो सकती है. इसकी वजह से अब उस व्यक्ति का ही चयन किया जा रहा है, जिनकी पकड़ ग्रामीण क्षेत्र में और शहरी क्षेत्र में अधिक है. झारखंड में लगभग 10 जिलों के जिला अध्यक्ष को बदलने की रणनीति बनाई गई है. इसमें पश्चिमी सिंहभूम भी शामिल है. पिछले दिनों बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में रांची में राज्य के कई पदाधिकारी के साथ बैठक की गई थी. इसमें कई तरह की रणनीति बनाई गई. हालांकि इस पर आधिकारिक रूप से अभी किसी तरह का घोषणा नहीं की गई है.
इसे भी पढ़ें : गाजा पट्टी में जमीनी हमले का आदेश जल्द, अमेरिका ने इजराइल की ओर जा रही मिसाइलों को मार गिराया
पश्चिमी सिंहभूम के सभी विधानसभा सीट पर जेएमएम का कब्जा
पश्चिमी सिंहभूम में कुल छह विधानसभा सीट है, इसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक काबिज हैं. इसलिए यहां पर चुनौती भारतीय जनता पार्टी को अधिक होगी. प्रत्येक विधानसभा में झारखंड मुक्ति मोर्चा का वोट प्रतिशत भी अधिक है. इसके कारण यहां पर वैसे व्यक्ति को ही कमान देना होगा, जो ग्रामीण क्षेत्र में पकड़ अधिक रखता हो अन्यथा भारतीय जनता पार्टी को काफी चुनौती हो सकती है. लोकसभा चुनाव में सरायकेला और पश्चिमी सिंहभूम जिला के वोटर अपना मतदान करेंगे. दोनों जिलों को मजबूत करना चुनौती है. इधर, भारतीय जनता पार्टी में पहले से ही अंदरूनी लड़ाई पश्चिमी सिंहभूम में चल रही है, जिसमें कई पार्टी के पदाधिकारी आपस में ही भिड़ चुके हैं. इसके कारण जनता दूरियां बनाने में लगी है.
इसे भी पढ़ें : किरीबुरु : 16 अक्टूबर से पहले निविदा प्रकाशन की तिथि पर लघु सिंचाई विभाग को क्यों निकालना पड़ा शुद्धि पत्र
रोड पर भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी की लड़ाई, गुटबाजी
भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष सतीश पुरी समेत कुछ पदाधिकारी के बीच पिछले कुछ माह पहले चाईबासा के पोस्ट ऑफिस के पास हाथापाई हो गई थी. जिस मामले पर हाईकमान गंभीर रूप से जांच किया है. जिसके कारण आपस में ही पार्टी में गुटबाजी बन चुकी है. अब इसका असर संगठन में भी देखने को मिल रहा है. कई पदाधिकारी ने हाई कमान को लिखित रूप से शिकायत कर संगठन में मतभेद होने की बात कही है. भाजपा में सक्रिय रूप से काम करने वाले कई कार्यकर्ता अब दूरियां बन चुके हैं. पूर्व जिला अध्यक्ष शुरू नंदी भी अब भाजपा से दूरियां बनाकर चल रहे हैं. प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा के निधन के बाद पश्चिमी सिंहभूम में नए रूप से संगठन को तैयार करने की रणनीति बनाई तो जा रही है, लेकिन इसमें सफल नहीं हो पा रहे हैं. हालांकि वर्तमान जिला अध्यक्ष संगठन को मजबूत करने में लगा हुआ है.