Chaibasa (Ramendra Kumar Sinha) : ब्लड बैंक चाईबासा थैलेसीमिया के 50 मरीजों को प्रति माह उनके ग्रुप का रक्त उपलब्ध करा कर उन्हें जीवनदान दे रहा है. थैलेसीमिया से पीड़ित मरीज पश्चिम सिंहभूम के ही नहीं बल्कि सरायकेला-खरसावां से भी आते हैं. ब्लड बैंक के टेक्नीशियन ने बताया कि सभी थैलेसीमिया पीड़ित मरीज का पूरा डाटा ब्लड बैंक में संग्रहित है जब जिस मरीज का तारीख आता है ब्लड बैंक के द्वारा उन्हें रक्त बदलने के लिए सूचित कर दिया जाता है. दूसरे दिन उन्हें रक्त चढ़ा दिया जाता है. इसी तरीके से अप्लास्टिक एनीमिया से पीड़ित 2 महिलाओं को भी यहां से मिलने वाले रक्त से उनकी जीवन की रक्षा की जा रही है.
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अप्लास्टिक एनीमिया में नहीं बनती WBC, RBC, Platelets
अप्लास्टिक एनीमिया वह बीमारी है जिसमें पीड़ित मरीज के शरीर में न तो प्लेटलेट्स बनता है ना ही डब्ल्यूबीसी, आरबीसी बनता है. इनके नहीं बनने से शरीर में रक्त का निर्माण संभव नहीं है ऐसे में ऐसे मरीज को प्रतिमाह उसके जरूरत के अनुसार रक्त चढ़ाना जरूरी है. रक्त के नहीं चढ़ाने पर विपरीत परिस्थिति भी उत्पन्न हो सकती है. ब्लड बैंक के मेन टेक्नीशियन मनोज कुमार बताते हैं की पूरी कोशिश रहती है कि यहां से कोई मरीज खाली हाथ ना जाए. रक्तदाताओं के सहयोग से ही हम सभी जरूरतमंदों को सहयोग कर पाने में अब तक समर्थ रहे हैं.