Advertisement

चाईबासा : गलत रूट पर चल रही बसें बन रही मौत का कारण, जांच की मांग

Chaibasa (Sukesh kumar) : पश्चिमी सिंहभूम में चल रहे चुनचुन बस (जेएच 06 एन 4480) का परमिट जिस रूट का है, उस रूट में बस का संचालन नहीं हो रहा है. जिला परिवहन विभाग की लापरवाही से लगातार सड़क दुर्घटनाएं हो रही है. 7 जुलाई को भी चक्रधरपुर-सोनुवा मुख्य मार्ग के पुरानी बस्ती स्थित कब्रिस्तान के पास सड़क हादसे में एक पारा शिक्षक सुरेन्द्र जामुदा की मौत हो गई थी. दुर्घटना के पश्चात चुनचुन बस के खिलाफ किसी तरह का मामला दर्ज नहीं किया गया था. लेकिन परिवार वालों के दबाव में चक्रधरपुर पुलिस ने मामला दर्ज किया और दो दिन बाद ही बस को भी जब्त कर लिया. इधर, जिला परिवहन विभाग ने चुनचुन बस पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की है, जिससे लोगों में आक्रोश है. मृतक के परिजनों ने मुआवजा देने की मांग किआ है. साथ ही जिला प्रशासन से आग्रह किया कि बस मालिक पर उचित कार्रवाई की जाए व सभी बसों की जांच की जाए अधिकतर बस बिना परमिट के चल रहे है. इसे भी पढ़ें : घाटशिला">https://lagatar.in/ghatshila-bjp-leader-listened-to-the-problems-of-the-farmers-of-ram-pahada-area/">घाटशिला

: भाजपा नेता ने राम पहाड़ा क्षेत्र के किसानों की सुनी समस्या

चक्रधरपुर से बेनीसागर तक है परमिट

[caption id="attachment_693291" align="aligncenter" width="600"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2023/07/chaibasa-Bus-1.jpg"

alt="" width="600" height="400" /> जारी की गई चुनचुन बस की परमिट[/caption] चुनचुन बस का परमिट चक्रधरपुर से बेनीसागर तक ही है. इसके बावजूद भी सोनवा रूट में यह बस चल रही है. दुर्घटना होने के बाद परमिट नहीं होने का मामला प्रकाश में आया है. मझगांव, कुमारडूगी, बालंडिया, हाट गम्हारिया तक ही बस को परमिट मिला हुआ है. लेकिन फर्जी तरीके से बोर्ड लगाकर यह बस जिले के अन्य स्थानों में भी चल रहा है. इसकी जांच तक नहीं होती है. इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-brave-martyr-kishan-dubey-remembered-on-his-death-anniversary/">जमशेदपुर

: पुण्यतिथि पर याद किए गए वीर शहीद किशन दुबे

क्या था पूरा मामला

चक्रधरपुर के पुरानी बस्ती स्थित कब्रिस्तान के पास शुक्रवार को यात्री बस की चपेट में आने से सुरेन्द्र जामुदा गंभीर रुप से घायल हो गये थे. इसके बाद उन्हें ईलाज के लिए चक्रधरपुर के अनुमंडल अस्पताल लाया गया था. जहां उसकी स्थिति गंभीर रहने पर बेहतर ईलाज के लिए चाईबासा स्थित सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था. शुक्रवार रात सदर अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इस घटना की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर डूब गई. [wpse_comments_template]