chaibasa : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस के विरुद्ध फैलाई जा रही फर्जी खबरों और सांप्रदायिक विद्वेष को बढ़ाने के प्रयास के विरुद्ध जी न्यूज इंडिया के निदेशकों और संपादक रोहित रंजन पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. झारखंड प्रदेश युवा कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के निर्देशानुसार मंगलवार को प्रदेश युवा कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के सह समन्वयक विशाल कुमार शर्मा के अगुवाई में सिंहभूम की सांसद सह प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष गीता कोड़ा सहित कांग्रेसियों ने संयुक्त रूप से शाम को सदर थाना, चाईबासा पहुंच कर प्राथमिकी दर्ज करवाई है.
इसे भी पढ़ें :जमशेदपुर: 2000 के दशक में जोगा राव, दुधई यादव और भीम माहली था चर्चा में, पहचानती नहीं थी पुलिस
जी न्यूज, इंडिया न्यूज की वेबसाईट पर प्रकाशित किया गया : कांग्रेसी
प्राथमिकी में कांग्रेसियों ने कहा कि न्यूज चैनल ने जानबूझकर एक फर्जी बनावटी समाचार को जी न्यूज इंडिया न्यूज की वेबसाईट पर प्रकाशित किया है जो गलत, दुर्भावनापूर्ण और मानहानिकारक है. रोहित रंजन ने अपने “डीएनए” कार्यक्रम को संचालित करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सांसद राहुल गांधी द्वारा अपने निर्वाचन क्षेत्र वायनाड केरल में दिए गए वक्तव्य को तोड़ मड़ोड़ कर उसे उदयपुर हिंसा से संबंधित बयान के रूप में दिखाया है. जबकि गांधी एसएफआई (स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) नामक क्षेत्रीय कार्यकर्ता समूह के छात्र द्वारा वायनाड केरल में उनके निर्वाचन क्षेत्र कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना पर बयान दे रहे थे. जानबूझकर रोहित रंजन ने राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान के कुछ हिस्सों को दुर्भावना से संपादित किया और इसे धार्मिक और सांप्रदायिक वैमनस्य और कलह को बढ़ावा देने के लिए हाल ही में उदयपुर की घटना से जोड़ा, जबकि राहुल गांधी ने अपनी केरल यात्रा के दौरान उदयपुर में हुई हत्या के संबंध में कभी कोई बयान नहीं दिया. इस संबंध में गंभीर आपत्तियों और टिप्पणियों के बाद, रोहित रंजन ने वीडियो को हटा दिया.
इसे भी पढ़ें :बंदगांव : प्रत्येक विद्यालय में 15 जुलाई तक विशेष नामांकन अभियान चलाया जाए : बीईईओ
रोहित रंजन का दावा झूठा, भ्रामक और अप्रिय था : कांग्रेसी
प्राथमिकी में कांग्रेसियों ने कहा कि जबकि इसे हटाने से पहले ही हजारों लोगों ने सार्वजनिक डोमेन और जी न्यूज़ पर इसे देखा था, गौरतलब है कि यह कार्यक्रम सार्वजनिक डोमेन में है. इस वीडियो के प्रसार के बाद, भारतीय जनता पार्टी के राज्यवर्धन सिंह राठौर और नेताओं और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के साथ कई पत्रकारों ने इस संपादित वीडियो को साझा करना शुरू कर दिया, इसमें राहुल गांधी को उनके बयानों के लिए बदनाम किया गया था जो उन्होंने कभी नहीं दिए. रोहित रंजन का दावा झूठा, भ्रामक और अप्रिय था और धार्मिक और सांप्रदायिक वैमनस्य और कलह को बढ़ावा देने के इरादे से प्रकाशित किया गया था.
इसे भी पढ़ें :खरसावां : अर्जुन मुंडा ने नव निर्वाचित प्रतिनिधियों को किया सम्मानित
पत्रकारिता के मापदंडों और नैतिकता का घोर उल्लंघन किया : कांग्रेसी
प्रकाशन की अनुमति देने से पहले, चैनल ने प्रकाशित लेख की सामग्री की सत्यता को सत्यापित करने के लिए कोई उचित परिश्रम नहीं किया है और इसके अलावा, पत्रकारिता के मापदंडों और नैतिकता का घोर उल्लंघन किया है. कांग्रेसियों ने कहा कि आरोपी रोहित रंजन और जी न्यूज़ इंडिया के निदेशकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 153A और 295A के तहत प्राथमिकी दर्ज करके त्वरित और आवश्यक कार्रवाई करें.
इसे भी पढ़ें :खरसावां : अर्जुन मुंडा ने नव निर्वाचित प्रतिनिधियों को किया सम्मानित
प्राथमिकी दर्ज कराने वालों में ये लोग रहे शामिल
प्राथमिकी दर्ज कराने वालों में सिंहभूम की सांसद सह प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष गीता कोड़ा , कार्यकारी जिला अध्यक्ष अम्बर राय चौधरी , रंजन बोयपाई , अधिवक्ता मिली बिरुवा , पुजा कुमारी गुप्ता , प्रोफेशनल कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप कुमार विश्वकर्मा , जिला बीस सूत्री सदस्य त्रिशानु राय , प्रवक्ता जितेन्द्र नाथ ओझा , युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रितम बांकिरा , ओबीसी प्रकोष्ठ अध्यक्ष चंद्रशेखर दास , प्रमुख सिद्धार्थ होनहागा , विधि प्रकोष्ठ अध्यक्ष संजय गागराई , सांसद प्रतिनिधि विश्वनाथ तामसोय , राकेश कुमार सिंह , वरीय कांग्रेसी कृष्णा सोय , मनोज कुमार भंसाली , तुरी सुंडी , मो.सलीम , संदीप सन्नी देवगम , जहाँगीर आलम , विकास महतो , हरीश चन्द्र बोदरा , विकास देवगम , बिरसा कुंटिया , विवेक सिंह कुंटिया , राहुल पुरती , अलिश बोदरा , रमेश सिंह कुंटिया शामिल रहे.
Leave a Reply