: सड़क पर बिजली के खंभे से बंपर बनाये जाने पर युवा नेता ने डीसी को किया ट्वीट इसका मूल कारण कॉलेज, विश्वविद्यालय प्रशासन और जिला प्रशासन की प्रशासनिक कार्य संस्कृति है. इसके साथ ही जिला में राजनीत करने वाले सभी दल के नेता और क्षेत्र के मौन बरते हुए बौद्धिक वर्ग सबसे अधिक जिम्मेवार है. कोल्हान विश्वविद्यालय और टाटा कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का भविष्य तभी उज्वल होगा जब उस शिक्षण संस्था में सहज, शैक्षिक, रचनात्मक, प्रेरणादायी और अनुशासित वातावरण कायम रहे.
छात्र-छात्राओं का मन होता है विचलित
सन्नी सिकु ने सवाल किया है कि टाटा कॉलेज के फुटबॉल मैदान में लगातार कोई न कोई आला अधिकारी और अति विशिष्ट लोगों का हेलीकॉप्टर उतरते रहे और आम सभा का आयोजन होते रहे तो छात्र-छात्राओं का मन विचलित नहीं होगा? वीवीआईपी के कार्यक्रम की तैयारी करने में एक सप्ताह से कम नहीं लगता है. इतना ही नहीं मंच और घेराबंदी करने में जो कील का उपयोग होता है उसे खोलने के समय फुटबॉल मैदान पर गिर जाता है, जो छात्र-छात्राओं सहित जन सामान्य के लिए भी घातक साबित होता है. इसे भी पढ़ें : झारखंड">https://lagatar.in/jharkhand-dgp-appointment-case-ips-sn-pradhan-will-not-return-from-central-deputation/">झारखंडडीजीपी नियुक्ति मामला : केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस नहीं आएंगे IPS एसएन प्रधान