Chaibasa (Sukesh Kumar) : मानव संसाधन विकास हित में चाईबासा स्थित टाटा कॉलेज फुटबॉल मैदान में हेलीकॉप्टर लैंडिंग और आमसभा आयोजित करने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने की मांग पूर्व छात्र नेता सन्नी सिंकु ने की है. इस विषय को लेकर सन्नी सिंकु ने राज्यपाल को ट्वीट भी किया है. ट्वीट की गई पांच सूत्री मांग पत्र में उल्लेख किया है कि कोल्हान के इस अति पिछड़े आदिवासी मूलवासी क्षेत्र में स्थापित टाटा कॉलेज में राज्य बनने और कोल्हान विश्वविद्यालय स्थापित होने के बाद से शैक्षिक वातावरण पूरी तरह से दूषित हो गया है.
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इसका मूल कारण कॉलेज, विश्वविद्यालय प्रशासन और जिला प्रशासन की प्रशासनिक कार्य संस्कृति है. इसके साथ ही जिला में राजनीत करने वाले सभी दल के नेता और क्षेत्र के मौन बरते हुए बौद्धिक वर्ग सबसे अधिक जिम्मेवार है. कोल्हान विश्वविद्यालय और टाटा कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का भविष्य तभी उज्वल होगा जब उस शिक्षण संस्था में सहज, शैक्षिक, रचनात्मक, प्रेरणादायी और अनुशासित वातावरण कायम रहे.
छात्र-छात्राओं का मन होता है विचलित
सन्नी सिकु ने सवाल किया है कि टाटा कॉलेज के फुटबॉल मैदान में लगातार कोई न कोई आला अधिकारी और अति विशिष्ट लोगों का हेलीकॉप्टर उतरते रहे और आम सभा का आयोजन होते रहे तो छात्र-छात्राओं का मन विचलित नहीं होगा? वीवीआईपी के कार्यक्रम की तैयारी करने में एक सप्ताह से कम नहीं लगता है. इतना ही नहीं मंच और घेराबंदी करने में जो कील का उपयोग होता है उसे खोलने के समय फुटबॉल मैदान पर गिर जाता है, जो छात्र-छात्राओं सहित जन सामान्य के लिए भी घातक साबित होता है.
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कार्यक्रमों से पठन-पाठन पड़ता है असर
आम सभा में होने वाले जमावड़ा से कॉलेज परिसर में गंदगी का अंबार लग जाता है. साथ ही कार्यक्रमों में अस्थायी शौचालय का निर्माण बॉयज आदिवासी हॉस्टल के सामने होता है जिससे छात्रों को परेशानी होती है. टाटा कॉलेज के एक फुटबॉल मैदान में हेलीपेड और दूसरे मैदान में आम सभा का आयोजन लगातार होता रहता है. हेलीकॉप्टर तो लगभग महीना में कई बार उतरता ही रहता है. कभी सीआरपीएफ का तो कभी कोई अधिकारी या मुख्यमंत्री का, यह सिलसिला लगे रहता है जिससे पठन-पाठन पर काफी असर पड़ता है.
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