alt="" width="600" height="400" /> इसे भी पढ़ें : किरीबुरू">https://lagatar.in/kiriburu-crowds-of-devotees-gathered-in-the-temples-on-the-seventh-monday/">किरीबुरू
: सातवें सोमवारी पर मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़ इसमें झारखंड और ओडिशा से लौह अयस्क देश के किसी भी कोने में ले जाने नहीं दिया जाएगा. वहीं आदि संस्कृति एवं विज्ञान संस्थान के केंद्रीय अध्यक्ष दामोदर सिंह हांसदा ने भी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हो भाषा को संविधान कील आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं किया गया तो कोल्हान से लौह अयस्क नहीं निकलने दिया जाएगा. मौके पर सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि आठवीं अनुसूची में शामिल करना लंबी मांग है. इस मांग को पूरा करने की जरूरत है. आदिवासी समाज आज भी पिछड़ा हुआ है. उनकी समस्याओं को दूर करना सत्ताधारी पक्ष की जरूरत है. इस दौरान बबलु सुंडी, सिरजोन, गब्बर सिंह हेम्ब्रम, बीरसिंह बुरीउली, बाबू राम सोय, गोनो हेस्सा आदि उपस्थित थे. [wpse_comments_template]
Leave a Comment