Chaibasa (Sukesh Kumar) : सदर अस्पताल में पिछले एक माह से डायलिसिस सेंटर बंद होने के कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रोजाना दर्जनों की संख्या में मरीज सदर अस्पताल में डायलिसिस कराने आते हैं, लेकिन डायलिसिस सेंटर बंद होने के कारण मरीज वापस लौट कर चल जाते हैं. हालांकि कुछ मरीजों को डायलिसिस सेंटर की ओर से बताया जाता है कि जमशेदपुर एमजीएम में डायलिसिस कराया जाता है. इसके बाद कई मरीज जमशेदपुर एमजीएम अस्पताल जाते हैं, जिससे जमशेदपुर आने-जाने में मरीजों पर आर्थिक बोझ पड़ता है.
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डीसीडीसी हेल्थ केयर चला रहा सदर अस्पताल में डायलिसिस सेंटर
वहीं, कुछ मरीज प्राइवेट अस्पताल में डायलिसिस कराने जाते हैं, जिन्हें 2 से 3 हजार रुपए चुकाना पड़ता है. कुछ अस्पताल ऐसे हैं कि जो 6 से 7 हजार तक एक-एक मरीज से पैसा वसूलते हैं. जबकि सदर अस्पताल में बने डायलिसिस सेंटर में प्रति मरीज से सिर्फ 1200 रुपये ही लिया जाता है. लेकिन डायलिसिस सेंटर में बिजली नहीं होने के कारण यह बंद पड़ा हुआ है. पिछले एक माह पूर्व ही शॉर्ट सर्किट होने से तार जल गए थे. लेकिन अब तक इसकी मरम्मत नहीं हुई है. इसकी वजह से सेंटर को पूरी तरह से बंद रखा गया है. विदित हो कि पीपीपी मोड के तहत सदर अस्पताल में पिछले 2 साल से डायलिसिस मरीजों की सुविधा को लेकर डीसीडीसी हेल्थ केयर डायलिसिस सेंटर चला रहा है.
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