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Chakradharpur (Chaibasa): पश्चिमी सिंहभूम जिला के बंदगांव प्रखंड की कराईकेला थाना क्षेत्र के बलियाडीह जंगल में 23 मई को पुलिस व नक्सलियों के बीच हुये मुठभेड़ में मारे गये भाकपा माओवादी के एरिया कमांडर बुधराम मुंडा उर्फ सोमा का शव परिजनों ने लेने से इंकार कर दिया.जिसके बाद प्रशासन ने सब अंतिम संस्कार कराया.बुधराम मुंडा के शव को परिजनों के हवाले करने के लिए कराईकेला के थाना प्रभारी अंकित कुमार घटना के बाद दो दिन परिजनों को समझाने के लिए सरायकेला-खरसावां जिला स्थित कुचाई थाना क्षेत्र रोलाहातु चारसुईक गांव भी गये थे, लेकिन परिजनों ने साफ तौर पर शव लेने से इंकार कर दिया. बुधराम मुंडा के भाई व भाभी का कहना था कि हमने कई बार बुधराम मुंडा को समझाने का प्रयास करते हुये उसे मुख्यधारा में लौट जाने का आग्रह किया था, लेकिन वह नहीं लौटा.वहीं जब भी बुधराम घर आता था. हमारे साथ लड़ाई झगड़ा करता था ,इसलिए हम सभी उसके साथ रिश्ता ही नहीं रख रहे थे. पुलिस-प्रशासन को जैसा लगता है वैसा करें.
पुलिस द्वारा समझाये जाने के बाद भी परिजनों द्वारा शव लेने से इंकार किये जाने के बाद पोड़ाहाट अनुमंडल कार्यालय द्वारा एक आदेश जारी कर मृतक बुधराम मुंडा का शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए बंदगांव के जनसेवक लाल सिंह भूमिज को प्रतिनियुक्त किया गया. जिसके बाद चाईबासा के मित्र परिषद् मुक्तिधाम में बुधराम मुंडा के शव का अंतिम संस्कार किया गया.साथ ही इसकी सूचना परिजनों को भी दे दी गई.बता दें कि 23 मई को कराईकेला थाना क्षेत्र के बलियाडीह के उत्तरी दिशा के पहाड़ी एवं जंगली क्षेत्र में अर्धसैनिक बलों के कोबरा बटालियन 209 के जवानों और चाईबास, खुंटी के पुलिस बलों एवं भाकपा माओवादी के बीच मुठभेड़ हो गई थी,जिसमें भाकपा के एरिया कमांडर बुधराम मुंडा मारा गया था.
फोटो संख्या—
8—बुधराम मुंडा के परिजनों को समझाने के दौरान कराईकेला थाना प्रभारी अंकित कुमार
9–चाईबासा के मित्र परिषद् मुक्तिधाम में शव का अंतिम संस्कार का दृश्य