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Chaibasa (Sukesh Kumar) : टेंडर डालने को लेकर चाईबासा नगर परिषद में मंगलवार को पूरे दिन हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. दरअसल, खुद को मंत्री का करीबी होने का धौंस दिखाकर वेदांत खिरवाल नामक ठेकेदार ने टेंडर प्रक्रिया की समयावधि समाप्त होने के बाद भी टेंडर डाला. इसके लिए कार्यपालक पदाधिकारी सतेंद्र महतो पर भी दबाव बनाया गया. पुरे मामले को लेकर नगर परिषद कार्यलय में दिन भर गहमा-गहमी बनी रही. कार्यपालक पदाधिकारी काफी प्रयास के बाद भी वह उक्त व्यक्ति को रोक नहीं पाए. इससे नाराज कार्यपालक पदाधिकारी कार्यालय से खुद निकल गये. इधर, टेंडर प्रक्रिया में वेदांत खिरवाल के जबरन शामिल होने से कई ठेकेदारों में रोष भी व्याप्त है. लेकिन बड़े लोगों का नाम सामने आने के बाद कोई भी खुलकर कुछ नहीं बोल पा रहा है.
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टेंडर मैनेज करने का चल रहा खेल
मिली जानकारी के अनुसार विगत कुछ महीनों से टेंडर प्रक्रिया मैनेज करने में कुछ जनप्रतिनिधियों लगे हुए है. कुछ संवेदकों का तो यह भी कहना है कि बिना हाकिमों के चक्कर लगाए कोई भी काम मिलना असंभव है. लेकिन बात तो तब गंभीर हो जाती है जबकि जनप्रतिनिधियों को टेंडर मैनेजमेंट के नाम पर पांच प्रतिशत की दर से प्रति टेंडर के लिए कमीशन पहुंचाना पड़ता है. कुछ संवेदक तो काम की एडवांस बुकिंग तक कर के रखते है, ताकि आने वाले काम में उन्हें पैराशूट एंट्री मिल सके. ऐसे में कई संवेदक काम से वंचित रह जाते है. इसका उदाहरण मंगलवार को नगर परिषद में देखने को मिला जहां समय समाप्ति के बाद भी मंत्री के नाम का धौंस दिखाकर कार्यपालक पदाधिकारी को मजबूर किया गया.
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