Chaibasa (Sukesh kumar) : पश्चिम सिंहभूम में शिक्षा विभाग घूसखोरी का अड्डा बन गया है. लगातार अफसर क्लर्क के माध्यम से शिक्षकों से पैसों की वसूली कर रहे हैं. उक्त बातें युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष प्रीतम बांकिरा ने कही. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं. ताजा मामला अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी मधुकर कुमार के कार्यालय का है. जिन शिक्षकों को इंक्रीमेंट जनवरी में मिला है, उनके सर्विस बुक में इसे चढ़ाने के लिए क्लर्क के माध्यम से 500 रुपये प्रति शिक्षक खुलेआम वसूली की जा रही है. जो शिक्षक कलर्क के माध्यम से 500 रुपये जमा कर रहे हैं. उनका फाइल जमा लेकर तुरंत सिग्नेचर कर दिया जा रहा है. अन्यथा फाइल वहीं टेबल पर पड़ा रह रहा है. कई लोगों को अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी के कलर्क ने बुधवार को यह कहकर लौटा दिया गया कि यदि पैसा नहीं देंगे तो साहब हस्ताक्षर नहीं करेंगे और पैसा देंगे तो अभी तुरंत साइन कर देंगे. शिक्षकों ने इसकी शिकायत युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रीतम बंकीरा के मार्फत सांसद गीता कोड़ा से की है.
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सांसद और शिक्षा मंत्री से शिकायत करने की तैयारी
इस संबंध में अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी मधुकर कुमार से वार्ता की गई तो उन्होंने मामले की जांच करने की बात कही. अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी और क्लर्क के बातों से यह लगता है कि दोनों की मिली भगत से ही यह घूसखोरी का धंधा चलाया जा रहा है. प्रीतम बांकिरा ने बताया कि उपायुक्त अनन्य मित्तल से शिक्षा विभाग की घूसखोरी के बारे में पूर्व में भी शिकायत की गई थी, परंतु पूरे काले कारनामे में उनकी चुप्पी से मामला और बिगड़ रहा है. उन्होंने बताया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी अभय कुमार शील के कार्यालय में भी जमकर घूसखोरी हो रही है. महिला शिक्षकों से मैटरनिटी लीव व अन्य छुट्टियों के एवज में लगातार फाइलों को लटकाया जा रहा है. जो पैसे दे रहे हैं उनकी फाइल तुरंत सिग्नेचर कर आगे बढ़ा दी जा रही है. इसमें सबसे ज्यादा महिला शिक्षकों को प्रताड़ित किया जा रहा है. शिक्षकों ने अभय कुमार शील पर दुर्व्यवहार करने का भी आरोप लगाया है. शिक्षकों के अनुसार कई प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता रहा है और छोटी-छोटी बातों पर कार्रवाई करने की धमकी देकर भयादोहन किया जा रहा है. प्रीतम बांकिरा ने बताया कि इस मामले की रिपोर्ट सांसद गीता कोड़ा, संबंधित मंत्री और शिक्षा सचिव को सौंपी जाएगी. दोनों अधिकारियों पर करवाई की मांग की जाएगी. ऐसे पदाधिकारियों को तत्काल बर्खास्त कर जिला में ईमानदार पदाधिकारियों की पदस्थापना जरूरी है. इनसे सरकार की छवि खराब हो रही है.
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