Chaibasa (Sukesh Kumar) : सदर प्रखंड के मैरमसाई और जामनाडी गांव में विश्व आदिवासी दिवस के तैयारी को लेकर बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में उपस्थित ग्रामीणों को झारखंड पुनरुत्थान अभियान के संस्थापक सदस्य जगदीश चंद्र सिंकू ने संबोधित किया. उन्होंने कहा कि आदिवासियों को अभी भी लगता है कि उनके लिए बोली ही कानून है. आदिवासियों की इसी कमजोरी का फायदा प्रवासी उठाते हैं. इसलिए आदिवासी क्षेत्र प्रतिबंधित क्षेत्र होने के बाद भी प्रवासी बसते जा रहे हैं और आदिवासी अल्पसंख्यक होते जा रहा हैं.
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आदिवासियों को अपने अधिकार के प्रति होना होगा जागरूक
इसलिए आदिवासियों को अपने अधिकार के प्रति जागरूक होना होगा. सरकारी व्यवस्था को समझना होगा और संविधान में प्राप्त मौलिक अधिकार का उपयोग कर अपनी अधिकार की रक्षा के लिए आगे आना होगा. तभी संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित विश्व आदिवासी दिवस सार्थक हो सकेगा. इन सभी अधिकारों की बात करने के लिए आगामी 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के दिन जगन्नाथपुर मौलानागर के फुटबॉल मैदान में अधिक से अधिक संख्या में महिला पुरुष को जुटने की अपील की. बैठक की अध्यक्षता और संचालन झारखंड पुनरूत्थान अभियान के प्रखंड संयोजक विकास केराई ने किया. जबकि धन्यवाद ज्ञापन महिला नेत्री आशा पूर्ति ने की.