Chaibasa (Ramendra kumar sinha) : शिक्षा के क्षेत्र में एमएल रूंगटा प्लस टू उच्च विद्यालय का विशेष योगदान रहा है. विद्यालय की स्थापना वर्ष 1926 में शहर के जाने-माने उद्योगपति समाजसेवी मांगीलाल रूंगटा ने की थी, तब यह विद्यालय मध्य विद्यालय के रूप में शहर में प्रचलित था. शहर और उसके आसपास के बच्चे यहां पर शिक्षा प्राप्त करने के लिए आते थे. वर्ष 1938 में इस विद्यालय को हाई स्कूल का दर्जा मिला और तब से लेकर 1985 तक यह विद्यालय हाई स्कूल के रूप में चिन्हित रहा. इसे भी पढ़ें :किरीबुरू">https://lagatar.in/kiriburu-parents-meeting-organized-at-kv-meghahatuburu/">किरीबुरू
: केवी मेघाहातुबुरु में पैरेंट्स मीटिंग आयोजित इस विद्यालय से अनेक बच्चे पढ़ कर निकले जो आज भारत सरकार के विभिन्न सेवाओं में अपना योगदान दे रहे है. कई सेवानिवृत्त भी हो गए है. उनमें से एक रविंद्र अग्रवाल है जो केरल स्टेट के प्रिंसिपल सेक्रेट्री है. वर्ष 1985 में इस विद्यालय को तत्कालीन बिहार सरकार के द्वारा प्लस टू विद्यालय के रूप में परिवर्तित कर दिया गया था. यह वह दौर था जब पूरे बिहार में मात्र 7+2 प्लस टू उच्च विद्यालय हुआ करते थे, इनमें से एक एमएल रूगटा प्लस टू उच्च विद्यालय भी शामिल था. आज भी इस स्कूल की गरिमा जीले के अन्य विद्यालयों की तुलना में अच्छी बताई जाती है. इसे भी पढ़ें :चाईबासा">https://lagatar.in/chaibasa-football-competition-organized-on-the-death-anniversary-of-martyr-constable-rumul-sanvaiyan/">चाईबासा
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चाईबासा : शिक्षा के क्षेत्र में एमएल रूंगटा प्लस टू विद्यालय का रहा सराहनीय योगदान

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