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चाईबासा: ऑनलाइन क्‍लास कर पाने में असमर्थ बच्चों के लिये चल रहा मुहल्ला क्लास, तीन घंटे पढ़ा रहे शिक्षक

Chaibasa: भले ही सरकार के द्वारा स्कूलों के खोलने की घोषणा की जा चुकी है पर संबंधित स्कूलों के शिक्षक पहले से ही अपने-अपने स्कूलों के पोषक क्षेत्र के संसाधन विहीन बच्चों को शिक्षा देने काम कर रहे हैं. चाहे वह सुदूर क्षेत्रों में बसे स्कूल हों या अर्धशहरी क्षेत्र के. सभी जगहों पर शिक्षकों द्वारा पोषक क्षेत्र के संसाधन विहीन बच्चों को मुहल्ला क्लास में पढ़ाने का काम किया जा रहा है. इसे भी पढ़ें: अखिलेश">https://lagatar.in/akhilesh-yadav-jayant-chaudharys-press-conference-saying-that-the-election-is-of-brotherhood-versus-bjp-rained-on-yogis-statement-that-calms-the-heat/">अखिलेश

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निर्धारित यूनिफार्म में शामिल होते हैं विद्यार्थी

चाईबासा के सुदूरवर्ती क्षेत्र गुईरा मध्य विद्यालय की शिक्षिका सरोज टोप्पो भी इनमें से एक हैं. वह ऐसा कार्य प्रतिदिन करतीं हैं. मुहल्ला क्लास में वैसे बच्चों को पढ़ाया जाता है जिनके पास ऑनलाइन क्लास करने के लिये संसाधन नहीं है. इसमें कक्षा एक से लेकर पांचवीं तक के विद्यार्थी होते हैं. सभी बच्चे निर्धारित यूनिफार्म में आकर इस मुहल्ला क्‍लास की कक्षाओं में शामिल होते हैं. तीन घंटे की पढ़ाई के बाद उनकी छुट्टी हो जाती है.

पाठ्यक्रम के आधार पर होती है पढ़ाई

जिला शिक्षा पदाधिकारी नीरजा कुजूर ने बताया कि मुहल्ला क्लासेज का उद्देश्य वैसे बच्चों को इसमें जोड़ना है जिनके पास ऑनलाइन कक्षाओ में शामिल होने के लिये संसाधन नहीं है. इन सभी बच्चों को दिए गए पाठ्यक्रम के आधार पर पढ़ाया जाता है ताकि इनकी पढ़ाई बाधित न हो. इसे भी पढ़ें:भूलकर">https://lagatar.in/dont-forget-to-make-these-mistakes-whatsapp-banned-the-accounts-of-more-than-20-lakh-indians-in-december/">भूलकर

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