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निर्धारित यूनिफार्म में शामिल होते हैं विद्यार्थी
चाईबासा के सुदूरवर्ती क्षेत्र गुईरा मध्य विद्यालय की शिक्षिका सरोज टोप्पो भी इनमें से एक हैं. वह ऐसा कार्य प्रतिदिन करतीं हैं. मुहल्ला क्लास में वैसे बच्चों को पढ़ाया जाता है जिनके पास ऑनलाइन क्लास करने के लिये संसाधन नहीं है. इसमें कक्षा एक से लेकर पांचवीं तक के विद्यार्थी होते हैं. सभी बच्चे निर्धारित यूनिफार्म में आकर इस मुहल्ला क्लास की कक्षाओं में शामिल होते हैं. तीन घंटे की पढ़ाई के बाद उनकी छुट्टी हो जाती है.पाठ्यक्रम के आधार पर होती है पढ़ाई
जिला शिक्षा पदाधिकारी नीरजा कुजूर ने बताया कि मुहल्ला क्लासेज का उद्देश्य वैसे बच्चों को इसमें जोड़ना है जिनके पास ऑनलाइन कक्षाओ में शामिल होने के लिये संसाधन नहीं है. इन सभी बच्चों को दिए गए पाठ्यक्रम के आधार पर पढ़ाया जाता है ताकि इनकी पढ़ाई बाधित न हो. इसे भी पढ़ें:भूलकर">https://lagatar.in/dont-forget-to-make-these-mistakes-whatsapp-banned-the-accounts-of-more-than-20-lakh-indians-in-december/">भूलकरभी ना करें ये गलतियां, WhatsApp ने दिसंबर में 20 लाख से ज्यादा भारतीयों के अकाउंट्स किये बैन [wpse_comments_template]

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