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चाईबासा : कारगिल युद्ध के नायक मनोहर कुंकल को दोकट्टा गांव में अंतिम विदाई देने की तैयारी

Manjhari/Chaibasa : मंझारी प्रखंड के दोकट्टा गांव के ग्रामीण मुंडा रमेश कुंकल ने करगिल युद्ध के नायक मनोहर कुंकल के निधन पर गहरा शोक जताया है. उन्होंने कहा कि गांव में ही नहीं बल्कि क्षेत्र के आसपास में उनकी पहचान थी. ईमानदार व मिलनसार व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति थे. हम मनोहर के सहपाठी रहे हैं. गुरुवार को गांव में मातम छाया हुआ है. ग्रामीण सैनिक के निधन की खबर सुनकर हैरान हैं. ग्रामीणों ने कहा कि पिछले साल ही गांव आया था, सबों से मिलकर गया है. इस तरह की घटना पर किसी को विश्वास नहीं हो रहा है. उनके निधन हम सभी ग्रामीण स्तब्ध हैं. मालूम हो कि करगिल युद्ध के नायक रहे मनोहर कुंकल का निधन जम्मू कश्मीर के अमरनाथ  में ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से सोमवार को गया था. उसकी निधन की सूचना मंगलवार को ग्रामीणों को मिली है.

मनोहर की पहली पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल

करगिल युद्ध के नायक सैनिक मनोहर कुंकल का निधन होने से उसके पैतृक गांव मंझारी थाना अतंर्गत दोकट्टा गांव के गोरेया बासा टोला में मातम छाया हुआ है. क्षेत्र के लोग मनोहर का पार्थिव शरीर आने का इंतजार कर रहे हैं. मनोहर की पहली पत्नी सुनीता कुंकल गांव में रहती हैं. मनोहर के निधन की सूचना गांव में उसकी बहन मुन्नी कुंकल को जमशेदपुर से फोन पर मिली थी. सूचना मिलते ही पत्नी सुनीता का रो-रो कर बुरा हाल है. मनोहर ने दो शादी की है. मनोहर की दूसरी पत्नी शोभा कुंकल जमशेदपुर में रहती है. पहली पत्नी से कोई संतान नहीं है. दूसरी पत्नी शोभा कुंकल की के दो पुत्र हैं. दोनों पुत्र अपनी मां के साथ जमशेदपुर में रहते हैं. मनोहर कुंकल के पिता चम्पाई कुंकल ने भी दो शादी की थी. मनोहर चम्पाय कुंकल की पहली पत्नी का एक पुत्र था.

शाम 5बजे रांची एयरपोर्ट पहुंचेगा पार्थिव शरीर

सैनिक मनोहर कुंकल का पार्थिव शरीर गुरुवार शाम पांच बजे रांची एयरपोर्ट पहुंचेगा. इसके बाद सीधे जमशेदपुर बेल्डीह बस्ती में शव जाया जाएगा. वहां अंतिम दर्शन होने के बाद शुक्रवार को पैतृक गांव मंझारी थाना अतंर्गत दोकट्टा गांव के गोरेया बासा टोला लाया जाएगा. उनके अंतिम दर्शन के लिए ग्रामीण इंतजार कर रहे हैं. गांव में ही उनके शव को दफनाया जाएगा. [wpse_comments_template]

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