Chaibasa (Sukesh kumar) : कोल्हान विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग में सोमवार को शिक्षक दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान विद्यार्थियों ने शिक्षकों को सम्मानित किया. देश के प्रथम उपराष्ट्रपति व द्वितीय राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. उसके पश्चात विद्यार्थियों द्वारा शिक्षकों को सम्मानित किया गया. मौके पर पॉलिटिकल साइंस के एचओडी सह भूगोल विभाग के प्रभारी एचओडी डॉ परशुराम सियाल ने कहा कि जीवन में विद्यार्थियों को संघर्ष करने का अवसर खोजना चाहिए. संघर्ष से पीछे नहीं हटना चाहिए. यदि जीवन में संघर्ष नहीं कर पाएंगे तो मंजिल नहीं मिलेगी. उन्होंने सभी विद्यार्थियों से अपील की कि सफलता का मूलमंत्र मेहनत ही है. विद्यार्थी मेहनत ही करें. इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री">https://lagatar.in/chief-minister-hemant-cited-technical-fault-in-the-helicopter-as-the-reason-for-not-going-to-hazaribagh-expressed-regret-and-congratulated/">मुख्यमंत्री
हेमंत ने हजारीबाग नहीं जाने का कारण हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी बतायी, खेद जताया, युवाओं को बधाई भी दी मेहनत के अलावा कुछ भी नहीं है. मौके दर्शन शास्त्र के एचओडी डॉ दीपांजय श्रीवास्तव ने कहा कि डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन को गंभीरता से समझने की जरूरत है. उनके जीवन को सिर्फ सरलता के रूप में लोग समझते हैं. उन्होंने अपने जीवन की सफलता का पूरा श्रेय अपने माता-पिता को दिया है. उनके माता-पिता जीवन के सबसे पहले गुरु हैं. प्रत्येक विद्यार्थी को भी अपने माता-पिता को पहले जीवन का शिक्षक मानना चाहिए. उन्होंने कहा कि हर विद्यार्थी को डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्ण के जीवन को गहराई से जानने की जरूरत है. जब तक उनके जीवन को नहीं समझेगा. तब तक शिक्षक दिवस के महत्व को समझ नहीं पाएगा. मौके पर काफी संख्या में भूगोल के सहायक प्रोफेसर के अलावा विद्यार्थी उपस्थित थे. [wpse_comments_template]
चाईबासा : सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जीवन विद्यार्थी अपने जीवन में उतारे : डॉ श्रीवास्तव

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