- यूनिवर्सिटी ने प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजा, चिन्हित की गई जमीन
Chaibasa (Sukesh kumar) : कोल्हान विश्वविद्यालय परिसर में जल्द ही टीआरएल विभाग के लिये अलग से ट्राइबल म्यूजिम का भवन निर्माण होगा. इसका प्रस्ताव विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से तैयार कर सरकार को भेज दिया है. सरकार ने इस पर डीपीआर भी तैयार कर लिया है. जल्द ही भवन का निर्माण होने की संभावना है. 10 करोड़ की लागत से ट्राइबल म्यूजियम का निर्माण होगा. इसमें पूरे विश्व भर की जनजातीय लोगों की संस्कृति और उनसे जुड़ी चीजों का संग्रह किया जाएगा. झारखंड, ओडिशा, बंगाल व असम के प्रमुख जनजातीय लोगों की संस्कृति और अन्य चीजों का संग्रह किया जायेगा. इसमें उनके रहन सहन से लेकर जीवन यापन किस तरह से करते हैं, इसका विस्तृत ब्योरा होगा. ट्राइबल म्यूजियम भवन में भी अलग-अलग विभाग का निर्माण किया जायेगा. इसमें कुड़माली, हो व संथाली विभाग होंगे. सरकार ने अलग विभाग बनाने के प्रस्ताव की स्वीकृति प्रदान कर दी है, लेकिन अभी तक अलग विभाग को लेकर राजभवन से किसी तरह की अधिसूचना जारी नहीं की गई है. वहीं शिक्षकों की भी समस्या है, जिसे दूर करने का प्रयास सरकार कर रही है.
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वित्त विभाग के पास ट्राइबल म्यूजियम भवन का फाइल
झारखंड सरकार की ओर से कोल्हान विश्वविद्यालय में ट्राइबल म्यूजिम का निर्माण करने को लेकर हरी झंडी दी गई है. प्रस्ताव विश्वविद्यालय से भेजा जा चुका है, लेकिन बजट की स्वीकृति को लेकर फाइल फिलहाल वित्त विभाग में है. वहां से स्वीकृति मिलने के बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी. मालूम हो कि झारखंड में यह पहला विश्वविद्यालय होगा, जहां पर इतने बड़े बजट में स्पेशल ट्राइबल म्यूजियम का निर्माण होगा. इससे पूर्व झारखंड के किसी भी विश्वविद्यालय में इस तरह का भवन निर्माण नहीं हुआ है.
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बाहरी लोगों को भी ट्राइबल म्यूजियम में मिलेगा प्रवेश
कोल्हान विश्वविद्यालय में बनने वाले ट्राइबल म्यूजियम में बाहरी लोगों को भी प्रवेश दिया जायेगा. साथ ही देश भर के शोधार्थी यहां पहुंच कर अपना शोध कर सकते हैं. इस तरह से तैयार किया जा रहा है कि अन्य प्रदेश से आने वाले विद्यार्थी, शिक्षक व शोधार्थी यहां रहकर म्यूजियम का आनंद ले सकते हैं. साथ ही यहां के ट्राइबल लाइब्रेरी को पुस्तक को खंगाल सकते हैं. हर तरह की सुविधाओं से लैस करने का निर्णय विश्वविद्यालय की ओर से किया जा रहा है. अधिक से अधिक लोगों का प्रवेश इस म्यूजिम में हो, इसको लेकर भी भवन बनने से पूर्व ही गाइडलाइन को तैयार किया गया है, ताकि उस वक्त किसी तरह की परेशानी नहीं होगी.
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ट्राइबल म्यूजियम से शोधार्थी व विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ
कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ जयंत शेखर ने कहा कि ट्राइबल म्यूजियम से कोल्हान विश्वविद्यालय में अध्ययन करने वाले विद्यार्थी व शोधार्थियों को लाभ पहुंचेगा. टीआरएल विभाग में पढ़ने वाले विद्यार्थी को अधिक लाभ होगा. प्रस्ताव तैयार कर सरकार के पास भेज दिया गया है. जल्द ही स्वीकृति मिल जायेगी.