: अंडरपास में जल जमाव से राहगीर परेशान
ग्रामीणों में सरकार के प्रति नाराजगी
उन्होंने कहा कि झारखंड बनने के बाद कोई भी झारखंड मुक्ति मोर्चा का विधायक कुजू डैम को रद्द करने के लिए मुखर होकर विधानसभा में सवाल क्यों नहीं उठाता. ऐसे में कुर्सी गांव में हुई बैठक के बाद कुजू डैम का विरोध करने वाले ग्रामीणों को समर्थन करना लाजिमी है. जिसमें ग्रामीणों की प्रतिक्रिया सरकार और स्थानीय विधायक, मंत्री के खिलाफ है. आखिर उस समय के मुख्यमंत्री रहते हुए हेमंत सोरेन ने कुजू डैम को रद्द करने के लिए टीएसी की उप समिति का गठन कर विस्थापित गांव के ग्रामीणों का ग्रामसभा में मंतव्य मांग सकते थे. उस टीएसी की उपसमिति द्वारा ग्रामीणों की ग्रामसभा से पारित और उप समिति को सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर सरकार कुजू डैम को क्यों रद्द नहीं कर रही है. चुनाव के समय तो झारखंड मुक्ति मोर्चा ने घोषणा किया था की सत्ता में आते ही कुजू डैम को रद्द कर दिया जाएगा. इसे भी पढ़ें :मध्यप्रदेश">https://lagatar.in/madhya-pradesh-accused-of-making-a-controversial-tweet-about-golwalkar-fir-lodged-against-digvijay-singh/">मध्यप्रदेश: संघ के पूर्व सरसंघचालक गोलवलकर को लेकर विवादास्पद ट्वीट करने का आरोप, दिग्विजय सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज [wpse_comments_template]
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