Ranchi/Chaibasa : दोहरे हत्याकांड से आक्रोशित ग्रामीणों ने एक और उग्रवादी को मार गिराया है. चाईबासा जिले के ग्रामीण नक्सलियों के खिलाफ एकजुट हो गये हैं और जन आंदोलन छेड़ दिया है. चाईबासा के गुदड़ी और गोइलकेरा इलाके के 100 गांवों के करीब 15 हजार से ज्यादा ग्रामीण तीर-धनुष, तलवार और पारंपरिक हथियार के साथ सड़क पर उतर आये हैं. ग्रामीण चार दिन से इन इलाकों में पहाड़ी के 40 किमी दायरे में ऑपरेशन सेंदरा (शिकार) चला रहे हैं. इस क्रम में ग्रामीणों ने पीएलएफआई के ग्रुप लीडर मेटा टाइगर को तीर से मार गिराया था. इसके बाद ग्रामीणों ने मोटा टाइगर के शागिर्द गोमिया नामक उग्रवादी को भी गुदड़ी में घेरकर रविवार को मार दिया. हालांकि इस संबंध में अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
दो लोगों की हत्या से ग्रामीणों में आक्रोश
गुदड़ी के गिरू गांव में 24 नवंबर को रवि तांती और खूंटी निवासी सनसा टोपनो की धारदार हथियार से हत्या कर दी गयी थी. इस वारदात में परिवार के अन्य सदस्यों ने भागकर अपनी जान बचायी थी. घटना में गुदड़ी पुलिस ने पीएलएफआई कमांडर मोटा टाइगर व गोमिया पर हत्या व उग्रवादी हिंसा का केस दर्ज किया था. इसके तीन दिन बाद 27 नवंबर की शाम को अज्ञात अपराधियों ने गोइलकेरा भरडीहा बाजार में सेरेंगदा गांव के युवक नमन लोमगा की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी.