Chaibasa (Sukesh Kumar) : हाटगम्हरिया थाना अन्तर्गत ग्राम नुरदा में एक महिला ने घर से अपहरण कर गैंगरेप करने की तीन अज्ञात के
विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज
करायी थी. इस संबंध में हाटगम्हरिया थाना में मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया
गया. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने कांड के त्वरित
उदभेदन का आदेश
दिया. जांच में
पीड़िता एवं उसके पति के बयान में आये तथ्यों पर गंभीरता से जांच की गयी, लेकिन किसी व्यक्ति की संलिप्तता नहीं
पायी गयी. पीड़िता के पति के बयान में विरोधाभास पाये जाने पर उनके मोबाइल का कॉल डिटेल एवं मोबाइल में उपलब्ध फोटो देखने पर उसमें महिला के गुप्तांग का तीन-चार फोटो पाया
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हिंसा का विरोध, 23 जुलाई को झारखंड क्रिश्चियन यूथ एसोसिएशन का मानव श्रृंखला पुलिस ने निकाला कॉल डिटेल
पीड़िता के पति के मोबाइल का कॉल डिटेल से इस बात की पुष्टि हुई कि दोनों पति-पत्नी पुलिस को गुमराह कर रहे
हैं. कॉल डिटेल को सामने रखकर पूछताछ की गई तो
पीड़िता के पति बुधन सिंह
सिंकू ने स्वीकार किया कि उनके
बड़े भाई के साथ जमीन बंटवारा एवं पूर्व के टाली
खपड़ा को लेकर विवाद
है. इसी विवाद के कारण घटना के एक सप्ताह पूर्व दोनों पति-पत्नी के बीच आपस में एक-दूसरे को
थप्पड़ मारे
थे. लेकिन
बड़े भाई की पत्नी टीबी की मरीज है, उसे उनकी पत्नी ने
थप्पड़ मारा गया तो वह गिर
गयी. इस पर वे प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए थाना गये थे, लेकिन थाना के बाहर ही उनसे समझौता हो गया कि ये अपनी भाभी का इलाज करा
देंगे. तब ये अपनी भाभी को इलाज कराने हेतु सदर अस्पताल, चाईबासा ले
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: लोहा चोरी करने वाले दो गिरफ्तार, गए जेल 10 लाख रुपए मांगने पर रेप की बनाई कहानी
जहां बाद में उनसे
ईलाज हेतु 10 लाख रुपये की मांग की जा रही
थी. इस पर उन्हें लगा कि पत्नी द्वारा मारे गये एक
थप्पड़ का 10 लाख रुपए कहां से
देंगे. इसके बाद उन्हें झूठे रेप केस में फंसाने की योजना
बनाई. इसी प्लानिंग के तहत घर में
बड़े भाई एवं बहू को फंसाने की नीयत से तीन अज्ञात व्यक्ति के
विरूद्ध घर से उठाकर ले जाने एवं खेत में अर्द्ध नग्न कर रेप करने का झूठा केस दर्ज कराया था और बाद में
बड़े भाई एवं उसकी बहू द्वारा रेप कराने की बात कहकर उसे फंसा
देंगे. पीड़िता के चिकित्सीय जांच रिपोर्ट में भी इस बात की पुष्टि हुई कि
पीड़िता के शरीर पर किसी प्रकार का जख्म नहीं पाया गया और ना ही कोई बाहरी
शुक्राणु पाया गया
है. जांच टीम में पुलिस पदाधिकारी मनोरंजन प्रसाद सिंह, बालेश्वर
उरांव. सागेन मुर्मू,
बिपीन चंद्र महतो और दिलीप कुमार मोदी शामिल
थे. [wpse_comments_template]
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