Shambhu Kumar
Chakradharpur : मारवाड़ी समाज की गणगौर पूजा मंगलवार को संपन्न हो गई. चक्रधरपुर में मंगलवार की शाम मारवाड़ी समाज की महिलाओं ने विधिवत पूजा-अर्चना के बाद गणगौर प्रतिमाओं का विसर्जन कर दिया. प्रतिमा विसर्जन के लिए चक्रधरपुर पुरानी बस्ती स्थित छठ नदी घाट व मुक्तिनाथ महादेव घाट पर महिलाओं की भारी भीड़ रही. महिलाएं व युवतियां पारंपरिक गीत गाते हुए नदी घाट पहुंचीं विधि-विधान से गणगौर की पूजा की. इसके बाद नदी में गणगौर प्रतिमाओं का विसर्जन किया.
इस अवसर पर महिलाओं ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल भी लगाया. ज्ञात हो कि मारवाड़ी समाज में सुहागिन महिलाएं पति की दिर्घायु गणौर पूजा को करती हैं. वहीं, कुंवारी कन्याएं अच्छा वर पाने के लिए पूजा करती हैं. होली के दूसरे दिन से यह पूजा प्रारंभ हो जाती है. शीतला अष्टमी के दिन गणगौर यानी भगवान शिव व पार्वती की प्रतिमा बनाकर घर में सोलह दिनों तक पूजा-अर्चना की जाती है. इसके बाद तृतिया तिथि पर सुबह पूजा के बाद शाम में प्रतिमाओं का विसर्जन कर दिया जाता है.
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