Chaibasa: झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश दीपक रोशन ने रविवार को संप्रेषण गृह चाईबासा का औचक निरीक्षण किया. उन्होंने अपने दौरे में संप्रेषण गृह में बच्चों को संगीत सिखाने एवं कौशल विकास हेतु प्रशिक्षण देने के लिये भी निर्देशित किया. इससे पूर्व न्यायमूर्ति दीपक रोशन ने संप्रेषण गृह का बारीकी से निरीक्षण किया तथा व्यवस्था से संतुष्ट नजर आए. उल्लेखनीय है कि लगभग एक माह पूर्व उन्होंने संप्रेषण गृह का निरीक्षण किया था तथा सुधार हेतु कुछ सुझाव भी दिए थे. आज अपने दौरे पर उन्होंने निर्देशों का पालन होता देख कर खुशी जाहिर की.
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बागवानी के लिये बच्चों की प्रशंसा की
उन्होंने बच्चों के साथ बातचीत भी की और उनका जन्मदिन मनाकर उनका उत्साहवर्धन किया. इस दौरान संप्रेषण गृह के बच्चों के द्वारा की गई बागवानी का निरीक्षण किया तथा इसके लिये बच्चों की प्रशंसा की. इस मौके पर बाल संरक्षण इकाई द्वारा सेव द चिल्ड्रन की ओर से प्राप्त खेल सामग्रियों का वितरण भी बच्चों के बीच किया गया. जिला की बाल संरक्षण इकाई ने न्यायमूर्ति श्री रोशन को पौधा भेंट कर उनका अभिनंदन किया. इससे पूर्व कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत में बच्चों द्वारा स्वागत गान प्रस्तुत किया गया. कार्यक्रम में मंच का संचालन विकास दोदराजका ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विश्वनाथ शुक्ला ने किया.
यह थे उपस्थित
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इस मौके पर उनके साथ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विश्वनाथ शुक्ला, उपायुक्त पश्चिमी सिंहभूम अनन्य मित्तल, पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार राजश्री अपर्णा कुजुर, प्रधान दंडाधिकारी किशोर न्याय परिषद चाईबासा तौसीफ मिराज, प्रधान दंडाधिकारी किशोर न्याय परिषद सरायकेला कवितांजलि, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीशा कुजुर, किशोर न्याय परिषद के सदस्य सह अधिवक्ता पवन शर्मा, बाल संरक्षण पदाधिकारी पुनीता तिवारी, संरक्षण पदाधिकारी कृष्णा तिवारी, विधिक परिवीक्षा पदाधिकारी गोपाल पांडे, संप्रेक्षण गृह के कर्मचारी रूपा ठाकुर, पिंकी कुमारी तथा अन्य उपस्थित थे.
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