Shambhu Kumar
Chakradharpur : बाल विवाह के खात्मे को लेकर वैश्विक अंतरधार्मिक सप्ताहांत अभियान के तहत मंगलवार को चक्रधरपुर में जागरूकता अभियान चलाया गया. यह अभियान रेलवे पोर्टर खोली स्थित काली मंदिर, शिव मंदिर, चक्रधरपुर गुरुद्वारा व एनएच-75 पर बस स्टैंड के समीप जीईएल चर्च में चलाया गया. पोर्टरखोली काली मंदिर में पुजारी राजू मिश्रा ने श्रद्धालुओं को बाल विवाह नहीं करने की सलाह दी.
कर्रा सोसायटी फॉर रुरल एक्शन के जिला संयोजिका चांदमुनी कालुंडिया, सामुदायिक समाजिक कार्यकर्ता पिंकी बोदरा सहित अन्य सदस्यों ने मंदिर के पुजारी राजू मिश्रा के माध्यम से मंदिर आए श्रद्धालुओं को बाल विवाह रोकने और इसे जड़ से समाप्त करने की शपथ दिलाई. पुजारी ने कहा कि बाल विवाह प्रतिबंधित कानून का कड़ाई के पालन करें और अपने आसपास, गांव व समाज के लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करें.
इसी प्रकार शिव मंदिर में सोसायटी के सदस्यों ने लोगों को जागरूक किया. वहीं गुरुद्धारा में धर्मगुरु सरबजीत सिंह व जीईएल चर्च में फादर जीवन टोप्पो ने लोगों से बाल विवाह रोकने के लिए आगे आने की अपील की. धर्मगुरुओं ने कहा कि बाल विवाह का सबसे गहरा असर लड़कियों पर पड़ता है. उनकी पढ़ाई रुक जाती है. विवाह के बाद अक्सर लड़कियां बाल मजदूरी में धकेल दी जाती हैं. घरेलु हिंसा बढ़ती है. कम उम्र की लड़कियां शारीरिक रूप से मां बनने को तैयार नहीं होंती, जिससे मां और शिशु दोनों की जान पर संकट आ सकता है.़
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