Chakradharpur : यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर सरकारी बैंकों के कर्मचारी व अधिकारी गुरुवार से दो दिवसीय हड़ताल पर हैं. अब बैंक 20 दिसंबर को खुलेंगे. केंद्र सरकार द्वारा बैंकों के निजीकरण व संसद में बैंकिंग लॉ लाने के खिलाफ हड़ताल की गई है. इन दो दिनों की सरकारी बैंकों के हड़ताल पर रहने से चक्रधरपुर में करीबन 15 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित होगा. गुरुवार को सरकारी बैंकों ने मुख्य गेट पर हड़ताल पर रहने का बैनर और पोस्टर लगाकर केंद्र सरकार का विरोध किया. हड़ताल में चक्रधरपुर शहर के भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक समेत कुल 12 सरकारी बैंक के कर्मचारी शामिल हैं. बैंकों के हड़ताल पर जाने से खाते में लेनदेन, आरटीजीएस, एन ईएफटी, चेक क्लियरेंस और लोन संबंधित काम प्रभावित रहेगा. इसे भी पढ़ें : किरीबुरु">https://lagatar.in/kiriburu-naxalite-mangra-a-reward-of-two-lakhs-killed-in-a-police-encounter-in-goilkera-forest/">किरीबुरु
: गोईलकेरा के जंगल में दो लाख का ईनामी नक्सली मंगरा पुलिस मुठभेड़ में ढेर इस दौरान चक्रधरपुर भारतीय स्टेट बैंक के डिप्टी ब्रांच मैनेजर विमल कुमार ने कहा कि हड़ताल में सार्वजनिक क्षेत्र की 4,000 से भी अधिक शाखाओं के कर्मचारी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि सरकार संसद के इसी सत्र में एक ऐसा कानून ला रही है, जिससे भविष्य में किसी भी सरकारी बैंक के निजीकरण का रास्ता साफ हो जाएगा. निजीकरण होने से सबसे अधिक दिक्कत कर्मचारियों को होगी. ऐसे में ही बैंक कर्मचारी और तमाम अधिकारी सरकार के खिलाफ गोलबंद हो गए हैं और 16-17 दिसंबर को देशव्यापी हड़ताल पर हैं. मौके पर भारतीय स्टेट बैंक के सहायक प्रबंधक अंशु टुडू, विनीता मार्डी, रीना सोय, जगन्नाथ नायक, डी सुभद्रा, सुब्रतो विश्वास, एम चक्रवर्ती, राजेश रावत समय विभिन्न बैंक के कर्मचारी हड़ताल में शामिल थे. [wpse_comments_template]

चक्रधरपुर : बैंक कर्मियों के हड़ताल पर जाने से करीब 15 करोड़ का कारोबार प्रभावित
