CHAKRADHARPUR: अग्निपथ योजना तत्काल प्रभाव से लागू करने के कारण सैनिक भर्ती का मौजूदा ढांचा अस्तित्व में नहीं रहेगा. जिससे 2021 में शारीरिक और चिकित्सा जांच प्रक्रिया पूरी कर चुके अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा नहीं ली जा सकेगी. टीओडी लागू होने के बाद युवाओं की आर्मी परीक्षा रद कर दी गई है. इसके विरोध में चक्रधरपुर में प्रभावित युवाओं ने रविवार को मानकी मुंडा सभागार में बैठक की. बैठक में मुख्य रूप से सामाजिक कार्यकर्ता बसंत महतो, प्रशिक्षक दयासागर केराई, बासिल हेम्ब्रोम, आकाश महतो, सुशांत सरकार समेत काफी संख्या में प्रभावित अभ्यर्थी उपस्थित रहे.
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सेना की गोपनीयता एवं विश्वसनीयता होगी भंग
सेना में जाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे अभ्यर्थियों का मानना है कि केंद्र सरकार की इस योजना के चलते सेना में स्थायी भर्ती की जगह संविदा के तौर पर भर्ती होगी. इस योजना से ना सिर्फ युवाओं को नुकसान होगा बल्कि सेना की गोपनीयता एवं विश्वसनीयता भी भंग हो सकती है. सरकार ने यह कदम वेतन और पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है.
अभ्यर्थियों की सरकार से यह है मांग
-वैसे अभ्यार्थी जो 2021 में शारीरिक और चिकित्सा जांच प्रक्रिया पूरी कर चुके हैं, पुरानी नियुक्ति प्रक्रिया के तहत उनकी लिखित परीक्षा ली जाए. पुरानी नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर उन्हें सेना में सेवा का अवसर दें.
-अग्निपथ योजना पूर्ण रूप से निरस्त कर सेना भर्ती की पुरानी प्रणाली ही कायम रखी जाए.
-सभी विभागों में रिक्त पदों पर स्थायी नियुक्ति प्रक्रिया चालू की जाए.
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