Chakradharpur (Shambhu Kumar) : चक्रधरपुर के जाने माने कारोबारी रामावतार बिंजराजका के पुरानी रांची रोड स्थित आवास पर पुलिस द्वारा गुरुवार को नोटिस चिपकाये जाने के कुछ देर बाद ही उसे फाड़ दिया गया. लेकिन यह नोटिस किसने फाड़ा इसका पता नहीं चल पाया है. बताया जाता है कि चक्रधरपुर के पुरानी रांची रोड निवासी जाने-माने व्यवसाई रामावतार अग्रवाल, शारदा नंद अग्रवाल एवं पवन कुमार अग्रवाल के खिलाफ चक्रधरपुर निवासी ऋषभ छाबड़ा ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है.
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पूर्व में उक्त जमीन पर चलती थी बिस्कुट फैक्ट्री
ऋषभ छाबड़ा ने बताया कि मुझे धोखा में रखकर जमीन बेची गई है. जिस जमीन को खरीदा गया है उस पर 78 लाख 88 हजार रुपये बिजली बिल बकाया है. वहां पहले पवन बिस्कुट फैक्ट्री चलती थी. जमीन खरीदते वक्त मुझे बताया गया था कि जमीन पर किसी प्रकार विवाद नहीं है, साथ ही किसी प्रकार बकाया भी नहीं है. जब मैंने कुछ दिनों पहले बिजली विभाग में बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन दिया तो मुझे बताया गया कि जमीन पर 78 लाख 88 हजार रुपये बिजली बिल बकाया है, इसलिए कनेक्शन नहीं दिया जा सकता. इसके बाद मैंने इसकी जानकारी चक्रधरपुर के एसडीओ कार्यालय में भी दी. उन्होंने बताया कि इस धोखाधड़ी के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है.
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रामावतार अग्रवाल परिवार है बाहर
बता दें कि रामावतार अग्रवाल परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पहले पुरानी रांची रोड स्थित आवास में ही रहते थे, लेकिन फिलहाल वे बाहर है. इधर, जब गुरुवार को पुलिस द्वारा तीनों लोगों के खिलाफ पुरानी रांची रोड स्थित रामावातार अग्रवाल के आवास के बाहर एक सप्ताह के भीतर सशीर उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने संबंधित नोटिस चिपकाया तो उसे फाड़ दिया गया. शुक्रवार को यह मामला शहर में चर्चा का विषय बना रहा. ऋषभ छाबड़ा ने कहा है कि अगर मामले का सामाधान नहीं होता है तो मैं न्यायालय की शरण में जाऊंगा.