: पहाड़ी माता मंदिर का भव्य दसवां वार्षिक उत्सव 27 मार्च को
आयोजन समिति ने शुरू की तैयारी
चैती पूजा को लेकर आयोजन समिति ने तैयारी शुरू कर दी है. पूजनोत्सव को लेकर 28 मार्च से 16 अप्रैल तक मंदिर में तांत्रिक पूजा एवं बलि पर रोक रहेगी. गौरतलब है कि केरा के साथ ही पाउड़ी मंदिर में भी चैती पूजा पर व्रती हठयोग का प्रदर्शन करते हैं. आराध्य देवी को प्रसन्न करने के लिये व्रती दहकते अंगारों पर चलते एवं कांटों पर लोटते हैं और मन्नत रखते हैं.14 अप्रैल को पाउड़ी मंदिर में चैती पूजा
[caption id="attachment_274683" align="aligncenter" width="157"]alt="" width="157" height="300" /> चक्रधरपुर के संजय नदी के तट पर स्थित मंदिर में स्थापित मां पाउड़ी की प्रतिमा.[/caption] [caption id="attachment_274681" align="aligncenter" width="300"]
alt="" width="300" height="153" /> चक्रधरपुर के संजय नदी चक्रधरपुर के संजय नदी के तट पर स्थित मंदिर.[/caption] चक्रधरपुर नगर के पुराना बस्ती में संजय नदी के तट पर स्थित मां पाउड़ी मंदिर में 14 अप्रैल को चैती पूजा का आयोजन होगा. जिसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है. केरा मेले की भांति ही यहां भी पहले घट यात्रा निकाल कर पूजा पाठ की जाती है. घट देर रात को निकालती है. जानकारी के अनुसार 10 अप्रैल को शुभ घट, 11 अप्रैल को यात्रा घट, 12 अप्रैल को वृंदावन घट, 13 अप्रैल को मेलू या जलाभिषेक एवं रात्रि में गरियाभार घट एवं 14 अप्रैल को कालिका घट होगा. भक्तों द्वारा नंगे पांव आग कांटों पर चलने के साथ मेला संपन्न होगा. इसे भी पढ़ें: चाईबासा">https://lagatar.in/chaibasa-kolhan-universitys-nss-unit-is-not-getting-funds/">चाईबासा
: कोल्हान विवि के एनएसएस यूनिट को नहीं मिल रहा फंड [wpdiscuz-feedback id="nmhqw7eqd0" question="Please leave a feedback on this" opened="0"][/wpdiscuz-feedback]

Leave a Comment