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चक्रधरपुर रेल हादसा: पैतृक गांव बड़ाबांबो में एक ही परिवार के चारों मृतकों का हुआ अंतिम संस्कार

Chakradharpur : चक्रधरपुर में बुधवार की दोपहर करीब तीन बजे बिंजय पुल के समीप राउरकेला से टाटानगर की ओर जा रही दुरंतो एक्सप्रेस की चपेट में आने से एक ही परिवार के चार लोगों की कटकर मौत हो गई थी. घटना के बाद गुरुवार को पुलिस ने चारों शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया. जिसके बाद चारों शव को ग्रामीण बड़ाबांबो के तेलांगजुड़ी गांव लेकर आए, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया. [caption id="attachment_147361" align="aligncenter" width="300"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2021/09/badabambo-accident-2-300x229.jpg"

alt="" width="300" height="229" /> अनुमंडल अस्पताल पहुंचे परिजन व ग्रामीण.[/caption]

हृदयविदारक घटना, मुआवजा दिलाने के लिए भरसक करूगां प्रयास: विधायक

गुरुवार को मृतक अमर सिंह पुरती की मौसी बाले पुरती, चचेरा भाई बुधन सिंह पुरती समेत तेलांगजुड़ी और लौड़िया गांव के ग्रामीण अनुमंडल अस्पताल पहुंचे और शव को तेलांगजुड़ी गांव ले गये. वहीं खरसावां विधानसभा क्षेत्र के विधायक दशरथ गागराई भी अनुमंडल अस्पताल पहुंचे. इस दौरान विधायक ने कहा कि घटना हृदयविदारक है. एक ही परिवार के चार लोगों की एक साथ मौत हो जाना काफी दर्दनाक है. विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार के आहूत हो रहा है. जिसमें सरकार के समक्ष घटना का संज्ञान रखूंगा. सरकार से नियम अनुसार पीड़ित परिवार को लाभ दिलाने का भरसक प्रयास करूंगा. पीड़ित परिवार को लाभ दिलाने के लिए रेलवे प्रशासन से भी वार्ता की जाएगी. उन्हेंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जल्दबाजी एवं अपने सहुलियत के चलते लोग रेलवे ट्रेक पर ना चलें. मौके पर चक्रधरपुर थाना प्रभारी प्रवीर कुमार, समाजसेवी सदानंद होता, झामुमो नेता दिनेश जेना आदि मौजूद थे.] [caption id="attachment_147362" align="aligncenter" width="300"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2021/09/badabambo-accident-1-300x247.jpg"

alt="" width="300" height="247" /> मृतक बाह पुरती और जेमा पुरती की फाइल तस्वीर.[/caption]

दादी के दस हजार पेंशन से चलता था पूरा परिवार

मृतक अमर सिंह पुरती का चचेरा भाई बुधराम सिंह पुरती ने कहा कि दादी सोमा पुरती के दस हजार रुपये पेंशन से पूरा परिवार चलता था. अमर सिंह पुरती का विवाह दो माह पहले सरायकेला के रेंगाड़ीह गांव निवासी 19 वर्षीय बाह पुरती के साथ हुआ था. अमर सिंह पुरती एक प्राईवेट कंपनी अमलगम पावर स्टील में मजदूर के रूम में काम करता था. दादी की मौत हो जाने के बाद परिवार चलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.

मृतक अमर सिंह पुरती पांच भाई-बहन थे

मृतक अमर सिंह पुरती के दो भाई और दो बहन हैं. सबसे बड़ा अमर सिंह पुरती था. 19 वर्षीय बहन डोली पुरती का विवाह तीन वर्ष पहले कांड्रा में हो गया है. जबकि अमर सिंह पुरती व छोटी बहन 18 वर्षीय जेमा पुरती की मौत ट्रेन के कटकर हो गयी. अब परिवार में दो भाई और एक बहन बची. [wpse_comments_template]

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