विद्यार्थियों को दिए गए एक्जाम फोबिया से उबरने के टिप्स
मशीनी जीवन जीने से पानी की बर्बादी बढ़ी
मुख्य वक्ता के रूप में रसायनशास्त्र विभाग के प्रो. नजरूल इस्लाम ने जल संरक्षण के विभिन्न उपायों को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि विश्व में तीन-चौथाई पानी की उपलब्धता रहते हुए भी शुद्ध जल और पीने के पानी की कमी है. जल जीवन का आधार है और सृष्टि को बनाए रखने का प्रमुख घटक है. समृद्धि आने के साथ-साथ मशीनी जीवन जीने से पानी की बर्बादी बढ़ी है.प्रो. आदित्य कुमार ने बताए जल संचय के उपाय
[caption id="attachment_272533" align="aligncenter" width="600"]alt="" width="600" height="300" /> जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय में विचार-गोष्ठी में उपस्थित छात्र छात्राएं.[/caption] कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रो. आदित्य कुमार ने जल संचय करने के विभिन्न उपायों को बताया. इस विचार गोष्ठी में नीलिमा गोप, आरती प्रधान, कन्हैया कुमार, सिमरन खण्डाईत आदि विद्यार्थियों ने भी अपने विचार रखे. स्वयंसेवक लक्ष्मी महतो ने जल संरक्षण संबंधी पोस्टर प्रस्तुत किया. प्रभारी प्राचार्य प्रो. श्रीनिवास कुमार, प्रो अरुण कुमार, प्रो. मनसा महतो आदि कार्यक्रम में उपस्थित रहे. [wpse_comments_template]

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