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चाकुलिया : अनाज उठाव के लिए 10 किमी की दूरी तय करते हैं जमुआ पंचायत के कार्डधारी

Ghatshila :  चाकुलिया प्रखंड के जमुआ पंचायत क्षेत्र में नेटवर्क नहीं रहने के कारण राशन डीलर और कार्डधारीयों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. नेटवर्क नहीं रहने से मशीन में अंगूठे का निशान लगाना संभव नहीं हो पाता है. ऐसे में संबंधित डीलर को मशीन लेकर 10 किलोमीटर दूर स्वर्णरेखा नदी के किनारे जाना पड़ता हैं. साथ ही पंचायत क्षेत्र के 11 गांव के ग्रामीणों को भी अंगूठे का निशान लगाने के लिए नदी पास जाना पड़ता हैं. अंगूठे का निशान देने के बाद ग्रामीण फिर डीलर की दुकान में आकर अनाज का उठाव करते हैं. मालूम हो कि यह सिलसिला पिछले एक साल से जारी है. शुक्रवार को भी केरुकोचा के राशन डीलर वीरेश पैड़ा और बंकीम महापात्रा मशीन लेकर बहरागोड़ा प्रखंड के मुटूरखाम गांव के पास स्वर्णरेखा नदी के किनारे पहुंचे. वहां पर विभिन्न गांवों के कार्डधारी सुबह से ही जुटने लगे थे. इसे भी पढ़ें : बिहार">https://lagatar.in/bihar-if-justice-was-not-found-14-year-old-son-set-himself-on-fire-and-jumped-from-the-roof/">बिहार

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नेटवर्क की खोज में मशीन लेकर जाना पड़ता है : डीलर

डीलरों ने बताया कि स्वर्णरेखा नदी के किनारे नेटवर्क मिलता है. इसलिए हम मशीन लेकर यहां आते हैं. कार्डधारी भी यहां आते हैं और मशीन में अंगूठे का निशान लगा देते हैं. इसके बाद कार्डधारी दुकान जाते हैं और अनाज का उठाव करते हैं. कार्डधारियों के मुताबिक उन्हें अनाज का उठाव करने के लिए 10 से 12 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. दोनों डीलरों ने कहा कि नेटवर्क नहीं रहने के कारण उन्हें अनाज के वितरण में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. नेटवर्क की खोज में मशीन लेकर जाना पड़ता है और जहां नेटवर्क मिलता है वहीं पर अंगूठे का निशान लगाया जाता है. इसे भी पढ़ें : बिहार">https://lagatar.in/gangrape-of-bihar-doctor-in-tamil-nadu-the-matter-also-resonated-in-the-assembly/">बिहार

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