Chakuliya : चाकुलिया के केदारनाथ झुनझुनवाला हाई स्कूल में कल्याण विभाग के तहत संचालित 100 बेड का आदिवासी बाल छात्रावास पिछले तीन सालों से बंद है. ऐसा इसलिए क्योंकि छात्रावास भवन जर्जर हो गया है और सुरक्षा के मद्देनजर विद्यालय प्रबंधन ने छात्रावास को बंद कर दिया है. शिक्षा के विकास के लिए सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर स्कूल भवनों का निर्माण करवा रही है. लेकिन न तो इस छात्रावास की मरम्मत हो पाई और न ही नया भवन बन पाया. इस और जनप्रतिनिधियों और शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों ने ध्यान ही नहीं दिया.
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छात्रावास बंद होने से दूर-दराज के विद्यार्थियों की शिक्षा पर पड़ रहा असर
100 बेड का यह छात्रावास ग्रामीण इलाके के आदिवासी विद्यार्थियों की बेहतर शिक्षा के लिए काफी फायदेमंद हुआ करता था. घाटशिला अनुमंडल के विभिन्न प्रखंडों के विद्यार्थी इस छात्रावास में रहकर पढ़ाई करते थे. लेकिन इसके बंद होने से ग्रामीण इलाके के आदिवासी विद्यार्थियों की शिक्षा को झटका लगा है. छात्रावास भवन के निर्माण के लिए कल्याण विभाग ने अभी तक कोई पहल नहीं की है. फिलहाल यह छात्रावास जंगल झाड़ियों से घिरा जर्जर हालत में पड़ा है, जो कभी भी ध्वस्त हो सकता है.
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उप विकास आयुक्त ने छात्रावास के जर्जर भवन का किया निरीक्षण
यह जर्जर भवन स्कूल आने वाले विद्यार्थियों के लिए खतरा का कारण भी बन सकता है. इसे तोड़ने की दिशा में भी कोई पहल नहीं हो रही है. हालांकि विगत दिनों उप विकास आयुक्त ने छात्रावास के जर्जर भवन का निरीक्षण किया है. ऐसे में देखने वाली बात है कि भवन की मरम्मत या फिर नए भवन के निर्माण के लिए कोई पहल हो पाती है या नहीं. विद्यालय की प्रधानाध्यापिका नीतू हेम्ब्रम ने बताया कि उनके कार्यकाल के पूर्व से ही छात्रावास बंद है. छात्रावास भवन काफी जर्जर हो गया था. सुरक्षा कारणों से इसे बंद कर दिया गया था.
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