Chakuliya : चाकुलिया प्रखंड की बड्डीकानपुर-कालापाथर पंचायत के लावबेड़ा गांव में विगत चार साल से सोलर आधारित जलापूर्ति योजना खराब है. करीब 25 परिवार पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. परंतु जनप्रतिनिधि और जल एवं स्वच्छता विभाग के पदाधिकारी तमाशबीन बने हैं. जल मीनार पर चढ़ीं जंगली पेड़ की लतें कई लाख की लागत से निर्मित जल मीनार की शोभा बढ़ा रही हैं.
इसे भी पढ़ें :किरीबुरु : गुस्से में घर से भागी छात्रा को सामाजिक कार्यकर्ता ने पहुंचाया घर
किसी ने फरियाद नहीं सुनी
गांव के शंकर सोरेन, निमाई मांडी, छाकु हेंब्रम, गंगाधर सोरेन समेत अन्य ग्रामीणों ने कहा कि जल मीनार की मरम्मत के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों और जल एवं स्वच्छता विभाग के पदाधिकारियों से गुहार लगाई. परंतु किसी ने फरियाद नहीं सुनी. चार साल से हम सभी पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं. जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी तमाशा देख रहे हैं. गांव के चापाकल से गंदा पानी निकलता है. गांव से दूर स्थित श्रमदान से बने कुआं से पानी लाने के लिए बाध्य हैं ग्रामीण. विदित हो कि यह इलाका प्रखंड का बीहड़ इलाका माना जाता है. पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे इलाका कभी घोर नक्सल प्रभावित था. नक्सलवाद से यह इलाका मुक्त हो चुका है. परंतु समस्याओं से मुक्त होने के लिए ग्रामीणों को इंतजार है.