- मंईयां योजना में फर्जीवाड़ा का लगाया आरोप
स्ट्रोक से मिलेगा राहत, डाइट में शामिल कर लें ये ड्रिंक्स आदिवासी-मूलवासी महिलाओं को कार्यालयों में दौड़ाया जा रहा चंपाई सोरेन ने आगे लिखा कि एक ओर आदिवासी-मूलवासी समाज की महिलाओं का आवेदन किसी ना किसी बहाने से रद्द किया जा रहा है, उन्हें कार्यालयों में दौड़ाया जा रहा है. वहीं इन घुसपैठियों के सारे कागजात आसानी से बन रहे हैं. पूर्व सीएम ने सवाल किया कि आखिर इन घुसपैठियों को सरकारी पैसे दिलवाने और संरक्षण देने वाले लोग कौन हैं. जब वहां कोई मुस्लिम परिवार ही नहीं रहता, तो इनके आवेदनों का सत्यापन किसने किया. अगर पूरे झारखंड में जांच हो, तो फर्जीवाड़े के ऐसे लाखों मामले मिलेंगे. क्या इन घुसपैठियों को शरण देने के लिए ही अलग झारखंड राज्य बना था. इसे भी पढ़ें : नक्सल">https://lagatar.in/crpf-officer-injured-by-lightning-during-naxal-operation-martyred/">नक्सल
अभियान के दौरान वज्रपात से घायल CRPF अधिकारी हुए शहीद